LHC0088 • 2025-12-4 22:09:31 • views 782
कैफेटेरिया-कम-लाइब्रेरी में उपलब्ध ऐतिहासिक किताबों में प्रदेश के सफर का जिक्र होगा।
जागरण संवाददाता, जम्मू। JammuKashmirNews: राजा-महाराजाओं की धरोहर देखने के साथ अब जम्मू में डाेगरा विरासत मुबारक मंडी में शाही अंदाज में चाय की चुस्कियां लेने का लुत्फ भी मिलने जा रहा है।
जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड (जेएससीएल) ने मुबारक मंडी परिसर में कैफेटेरिया-कम-लाइब्रेरी का निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया है और नव वर्ष में इसका उद्घाटन कर दिया जाएगा। वे कोई भी इसमें जाकर चाय-काफी का आनंद उठा सकेंगा। इतना ही नहीं चाय की चुस्कियों के साथ डोगरा राजाओं का इतिहास पढ़ने की तमन्ना भी पूरी की जा सकेगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जेएससीएल ने करीब 3.29 करोड़ रुपये की लागत से यहां कैफेटेरिया-कम-लाइब्रेरी का निर्माण किया है। यहां रंग-बिरंगी लाइटें लगाई गई हैं जो रात के समय हर किसी को मंत्रमुग्ध कर रही हैं। इतना ही नहीं कैफेटेरिया के अंदर बढ़िया फर्नीचर, ए.सी आदि लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा कैफेटेरिया के बाहर पेड़-पौधे भी लगाए गए हैं जो मुबारक मंडी परिसर की छटा को चार चांद लगा रहे हैं।
कैफेटेरिया में बैठने के लिए झुमर समेत आधुनिक लाइटें भी लगाई गई हैं। लोगों को इसमें महाराजा के महल जैसा अनुभव होगा। चूंकि यहां लाइब्रेरी भी बनाई गई है तो लोग यहां चाय-काफी की चुस्कियां लेते हुए डोगरा राजाओं के बारे में जानने की अपनी जिज्ञासा को भी शांति कर सकेंगे।
इस लाइब्रेरी में हर किताब नहीं मिलेगी बल्कि जम्मू-कश्मीर के इतिहास की किताबें रखी जाएंगी जिसमें जम्मू-कश्मीर कैसे बना, कौन से महाराजा रहे, उनके क्या काम व योगदान रहा आदि शामिल होगा। ऐतिहासिक किताबों में प्रदेश के सफर का जिक्र होगा।
वहीं, कैफेटेरिया में आउटडोर व इनडोर बैठने के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध रहेगी। इनमें हर मौसम के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। गर्मी में एसी और सर्दी में ब्लोअर या हीटर से राहत देने की योजना है।
परोसे जाएंगे डोगरा व्यंजन
इस कैफेटेरिया में डोगरा व्यंजन परोसे जाएंगे। इसमें राजमा चावल, क्यूर, अंबल, आनरदाने, पूदने की चटनी, कलाड़ी आदि शामिल रहेंगे। जेएससीएल की ओर से काम पूरा कर लिया गया है। जिस भी वेंडर को यह कैफेटेरिया मिलेगा, वह अपने हिसाब से किचन और शौचालय की सेटिंग करेगा। जम्मू के ही किसी वेंडर को यह कैफेटेरिया दिया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
‘राजाओं की धरोहर के रूप में प्रसिद्ध मुबारक मंडी में कैफेटेरिया-कम-लाइब्रेरी बन चुकी है। इसका काम पूरा कर लिया गया है। सिर्फ किचन और बाथरूम संबंधित वेंडर अपने हिसाब से तैयार करेगा। उम्मीद की जा सकती है कि नव वर्ष में इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाए।’ -विवेक चोपड़ा, एईई सिविल, जेएससीएल
‘डोगरा विरासत में बैठ कर चाय-काफी की चुस्कियां लगाने के साथ डोगरा व्यंजन का मजा मुबारक मंडी में तैयार हुए कैफेटेरिया-कम-लाइब्रेरी में लिया जा सकेगा। लाइब्रेरी सेक्शन अलग बनाई गई है। इसमें डोगरा राजाओं के बारे में विस्तार से पुस्तकों को बैठ कर पढ़ा जा सकेगा। जल्द ही इसका लोकार्पण किया जाएगा।’ -डा देवांश यादव, सीईओ, जेएससीएल |
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