देश में महिलाओं पर बढ़े अपराध।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। देश में 2021 से 2023 के बीच महिलाओं के खिलाफ कुल 13,21,745 अपराध दर्ज हुए। यानि औसतन हर तीन मिनट में एक महिला किसी न किसी अपराध का शिकार हुई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार की ओर से राज्यसभा में पेश आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश इन तीन वर्षों में सबसे आगे रहा, जहां 1,88,207 मामले दर्ज हुए। इसके बाद महाराष्ट्र में 1,31,958, राजस्थान 1,31,246, बंगाल 1,05,313 और मध्य प्रदेश में 95,780 मामलों ने स्थिति की गंभीरता को उजागर किया है। महिलाओं के खिलाफ प्रमुख अपराधों में शामिल रहे पति या रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता के 4,09,929 मामले तो वहीं अपहरण के 2,49,284 मामले सामने आए।
सरकार ने बताया कि बच्चों के खिलाफ अपराधों में भी लगातार वृद्धि हुई है, जिनमें सबसे अधिक मामले अपहरण और पोक्सो अधिनियम के तहत दर्ज हुए। 2021-23 के बीच कुल बाल अपराध के 4,89,188 मामले दर्ज हुए। मध्य प्रदेश में 61,981, महाराष्ट्र में 60,413 और उत्तर प्रदेश में 54,372 मामले दर्ज हुए। बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत 2023 में 6,038 मामले दर्ज हुए, जबकि 2022 में 1,002 और 2021 में 1,050 मामले थे।
अपराधों की संख्या चिंताजनक
सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि घरेलू हिंसा, अपहरण, यौन अपराध और बाल शोषण जैसी घटनाओं में लगातार तीन वर्षों में बढ़ोतरी देखी गई। गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने कहा कि अपराधों के ये रुझान सामाजिक और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों को उजागर करते हैं। विभिन्न राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और बच्चों से जुड़े अपराधों की संख्या चिंताजनक स्तर तक पहुंच गई है।
(समाचार एजेंसी आइएएनएस के इनपुट के साथ) |