कोलकाता से विमान से बिहार के पटना पहुंची और वहां से सड़क मार्ग से चुर्क स्थित पुलिस लाइन लाया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। नशे में इस्तेमाल के लिए प्रतिबंधित कोडीनयुक्त कफ सीरप की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना शुभम जायसवाल के पिता भोला प्रसाद जायसवाल को सोनभद्र पुलिस मंगलवार को शाम चार बजे यहां पहुंची। पुलिस क्षेत्राधिकारी दुद्धी राजेश कुमार राय के अगुआई में 12 सदस्यीय टीम कोलकाता से विमान से बिहार के पटना पहुंची और वहां से सड़क मार्ग से चुर्क स्थित पुलिस लाइन लाया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस उसकी रिमांड के लिए बुधवार को एनडीपीएस न्यायालय में पुलिस पेश करने के लिए पहुंची। भोला जायसवाल को सोनभद्र पुलिस की एसआइटी ने बीते रविवार को कोलकाता एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। वह परिवार के साथ थाईलैंड और वहां से सिंगापुर भागने की फिराक में था। शुभम जायसवाल पहले ही परिवार के साथ दुबई भाग चुका है।
उधर, भोला और शुभम जायसवाल की रांची स्थित फर्म शैली ट्रेडर्स के माध्यम से कफ सीरप खरीदने के मामले में गाजीपुर की दो और फर्मों अनन्या मेडिकल और महादेव मेडिकल एजेंसी का नाम सामने आया है। इन दोनों फर्मों के नाम से आजमगढ़, जौनपुर और बलिया की सात फर्मों ने इस कफ सीरप की करोड़ों की बिलिंग की है।
उपायुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन लखनऊ का पत्र मिलने के बाद जिला औषधि निरीक्षक बृजेश मौर्या ने दोनों फर्मों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। देवकली के पियरी स्थित अनन्या मेडिकल के नाम से आजमगढ़ की अपोलो मेडिकल व पूर्वांचल मेडिकल ने एक साल में 50 हजार शीशी कफ सीरप की बिलिंग की है। इसकी कीमत करीब 75 लाख रुपये बताई जा रही है।
वहीं, महादेव मेडिकल एजेंसी के नाम पर प्रभात मेडिकल आजमगढ़, बलिया के श्रीशिवाय डिस्ट्रीब्यूटर, आनंद मेडिकल एजेंसी, औषधि केंद्र और जौनपुर की स्टार इंटरप्राइजेज ने दो वर्षों में भारी मात्रा में कफ सीरप की बिलिंग की है। बृजेश मौर्या के अनुसार इन सभी फर्मों के तार शैली ट्रेडर्स से जुड़े मिले हैं।
जौनपुर के एसपी डा. कौस्तुभ ने बताया कि कफ सीरप तस्करी में आरोपित 15 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाएगा। वह देश छोड़कर भागने न पाएं, इसके लिए लुकआउट नोटिस भी जारी कराएंगे। मामला दर्ज होने के बाद से सभी आरोपित फरार हैं। मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी ने अलग-अलग बैंकों में खोले गए 30 खातों को चिह्नित किया है। मंगलवार को 12 फर्मों के खाते फ्रीज किए गए। इससे पहले सोमवार को पांच बैंक खाते फ्रीज किए गए थे।
बेटे ने संभाली थी कमान, पिता के पास काली कमाई का ब्योरा
झारखंड के रांची में रहकर प्रतिबंधित कोडिनयुक्त कफ सीरप की तस्करी करने वाला वाराणसी निवासी भोला प्रसाद जायसवाल सोनभद्र पुलिस के फेंके जाल में फंसने के बाद आखिरकार मंगलवार की शाम पुलिस लाइन आ गया। सूत्र बताते हैं कि उसने बेटे शुभम जायसवाल के साथ तस्करी का बड़ा नेटवर्क तैयार कर रखा था। वह खुद तस्करी की काली कमाई का लेखा-जोखा रखता था, जबकि उसका फरार बेटा शुभम तस्करी की कमान संभालता था।
उसने न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, बंगाल और बांग्लादेश, दुबई, सिंगापुर आदि में भी सप्लाई की चेन बना रखी थी। जब पहली बार सोनभद्र पुलिस ने दो कंटेनर में 18 अक्टूबर को 1.20 लाख शीशी प्रतिबंधित कफ सीरप बरामद किया तो इस तस्करी के खेल की परतें खुलीं। गाजियाबाद में कफ सीरप पकड़े जाने के बाद जब वाराणसी के शुभम जायसवाल का नाम सामने आया, तब से वह लापता हो गया। चर्चा चल रही है कि वह दुबई में शरण ले चुका है। गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, आजमगढ़ आदि जगहों पर भी कफ सीरप पकड़े जाने के बाद आरोपित शुभम के पिता भोला प्रसाद जायसवाल का नाम सामने आया। |