क्यों कुछ लोग कंबल से एक पैर बाहर निकाले बिना नहीं सो पाते हैं? (Image Source: AI-Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कोई सोते वक्त बेहद मुलायम तकिया ढूंढता है, कोई पूरी तरह अंधेरा चाहता है, तो किसी को बिना हल्की-सी हवा के नींद नहीं आती... लेकिन इन सबके बीच एक आदत ऐसी भी है जिसे कई लोग खुद में देख पाते होंगे। जी हां, सोते समय एक पैर चादर के बाहर रखना (Stick One Foot Out Of The Blanket)। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पहली नजर में यह अजीब-सी आदत लग सकती है, मगर इसके पीछे शरीर और दिमाग दोनों की दिलचस्प जरूरतें छिपी होती हैं। तापमान नियंत्रण से लेकर बचपन की यादों तक, कई ऐसे कारण हैं जो कुछ लोगों को तब तक आराम महसूस नहीं होने देते जब तक उनका एक पैर कंबल या रजाई के बाहर न हो जाए।
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चादर के नीचे घुटन कम महसूस होती है
कई लोग भारी रजाई या कंबल के नीचे खुद को दबा हुआ महसूस करते हैं। हल्की-सी भी कैद जैसी भावना उन्हें रिलैक्स होने नहीं देती। ऐसे में, एक पैर बाहर रखने से उन्हें तुरंत हल्का-सा स्पेस और आजादी का एहसास मिलता है। यह छोटा-सा बदलाव नर्वस सिस्टम को शांत करता है और शरीर को आराम की स्थिति में लाने में मदद करता है।
बचपन की आदतें बड़ी उम्र तक साथ चलती हैं
कई सोने की आदतें बचपन से ही शुरू होती हैं- जैसे पसंदीदा कंबल को पकड़कर सोना, हाथ को तकिए के नीचे रखना या एक पैर बाहर निकालकर सोना। Journal of Psychosomatic Research में पब्लिश शोध दिखाता है कि ऐसी आदतें इसलिए बनी रहती हैं क्योंकि वे दिमाग को सुरक्षा और आराम का संकेत देती हैं। इससे तनाव कम होता है और नींद आसानी से आने लगती है।
होता है माइक्रो-फ्रीडम का एहसास
एक पैर बाहर रखने से शरीर को छोटे स्तर पर आजादी का अहसास मिलता है। शारीरिक रूप से यह बिस्तर की कैद-सी भावना को कम करता है और मानसिक रूप से व्यक्ति को अपने स्पेस पर नियंत्रण होने का अहसास देता है। यह छोटा-सा संकेत तनाव घटाता है और नींद में जाने की प्रक्रिया को आसान बनाता है।
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दिमाग के लिए बनता है ‘नींद का संकेत’
जिस तरह रात को लाइट कम करना, पजामा पहनना या बिस्तर पर जाना- दिमाग को बताता है कि अब सोने का समय है, उसी तरह कुछ लोगों के लिए एक पैर बाहर निकालना भी उनकी नींद की रूटीन का हिस्सा बन जाता है। धीरे-धीरे यह क्रिया दिमाग के लिए संकेत बन जाती है- “अब सोने का वक्त है।” इससे नींद में ट्रांजिशन आसान हो जाता है।
जो लोग नींद में ज्यादा हिलते-डुलते हैं
कई लोग नींद में बार-बार करवट बदलते हैं, पैर और हाथ हिलाते हैं। ऐसे लोगों का एक पैर चादर के बाहर मिलना कभी-कभी सिर्फ उसी मूवमेंट का नतीजा होता है। हालांकि लगातार बहुत ज्यादा हलचल से दिन में थकान या चिड़चिड़ापन महसूस हो रहा हो, तो उस पर ध्यान देना जरूरी है।
आखिरकार, नींद वही बेहतर है जो आपको सुकून दे और अगर एक पैर बाहर रखने से नींद गहरी आती है, तो यह छोटी-सी आदत बिल्कुल सही है।
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