तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, कसया। शहर के साथ अब ग्रामीण अंचल को भी रोडवेज डिपो सुविधाएं मुहैया कराएगा। मुख्यमंत्री जनता सेवा योजना के तहत ग्रामीण अंचल में बसों का संचालन होगा। खास बात यह है कि गांव में चलने वाली बसों का किराया सामान्य से 20 फीसद कम होगा। प्रतिदिन अपने अंतिम फेरे के बाद बस गांव में ठहराव करेगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अगले दिन सवारियां लेकर गंतव्य तक जाएगी। यह सुविधा नए वर्ष में जनवरी से मिलने लगेगी। इसकी तैयारी में विभाग जुट गया है। योजना का उद्देश्य डग्गामार वाहनों को रोक लगाने के साथ ही यात्रियों को सुरक्षित और सस्ती किराए पर यात्रा की सुविधा देना है। इसके लिए उन गांवों को सुविधा से जोड़ा जाएगा जहां अभी तक आवागमन के लिए रोडवेज बस सेवा नहीं है।
शहर में तो दिन रात बसों का संचालन हो रहा है लेकिन मुख्यालयों एवं तहसील क्षेत्रों के आसपास बसें गांवों में सुविधा अधर में पड़ी है। इसको लेकर उप्र सड़क राज्य परिवहन निगम ने मुख्यमंत्री जनता सेवा लागू की है। इसके माध्यम से ग्रामीण अंचल के मार्गों पर बसों का संचालन होगा।
ऐसे होगा योजना का संचालन
मुख्यमंत्री जनता सेवा योजना में डिपो की आठ लाख किमी की यात्रा पूर्ण कर चुकी बसों को लगाया जाएगा। सिंगल चालक पर अधिकतम दूरी 100 किमी हाेगी। कम किराया को लेकर कलर कोड के साथ मार्ग पर पड़ने वाले स्टाफ व गंतव्य स्थान को सफेद बोर्ड पर लाल रंग से प्रदर्शित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- कुशीनगर में पराली जलाने को लेकर प्रशासन सख्त, 32 किसानों पर लगा जुर्माना
इससे यात्रियों को इन बसों की पहचान करने में सुविधा होगी। पडरौना डिपो में 38 परिवहन निगम व 21 अनुबंधित बसों का संचालन होता है। जबकि जिले में 155 से अधिक बसें सेवा दे रही हैं। योजना के तहत डिपो की तीन बसों का चयन किया गया है।
चालक-परिचालकों को मिलेगा लाभ
इस योजना में संविदा, आउट सोर्स, चालक-परिचालकों को 2.18 रुपये प्रति किमी की दर से भुगतान होगा। साथ ही निरंतर 22 दिन की ड्यूटी एवं चार हजार किमी पूर्ण करने पर तीन हजार तथा 24 दिन में पांच हजार किमी करने पर पांच हजार की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। वहीं रात में ड्यूटी करने पर 61 रुपये प्रति रात्रि का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री जनता सेवा योजना के तहत गांव के लोगों को भी राेडवेज बस की सुविधा नए बस पर मिलेगी। इसके लिए विभाग तैयारियों में जुटा है। इसका किराया भी 20 प्रतिशत कम होगा। पडरौना डिपो में योजना के तहत अभी तक तीन बसों का चयन किया गया है। -
-जयप्रकाश प्रधान, सहायक क्षेत्रीय प्रबंध, पडरौना डिपो |