खुर्दा रोड–बालांगीर नई रेल लाइन
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा में रेल संपर्क का एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है।खुर्दा रोड–बालांगीर नई रेल लाइन राज्य में रेल कनेक्टिविटी की तस्वीर बदल देगी।यह परियोजना पश्चिम ओडिशा को तटीय क्षेत्रों से जोड़ेगी।
इसके परिणामस्वरूप राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।301 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन के बन जाने से नयागढ़, बौद्ध, सोनपुर और बालांगीर जिलों में परिवहन सुविधाएं काफी बढ़ने की बात रेल मंत्री अश्विनी कुमार वैष्णव ने कही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राज्य का कोई भी क्षेत्र अब पिछड़ा नहीं रहेगा
पूर्व तट रेलवे की तरफ से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक रेलमंत्री ने कहा है कि जिन जिलों में यह रेल कनेक्टिविटी होगी, वहां व्यावसायिक विकास भी तेज होगा। राज्य का कोई भी क्षेत्र अब पिछड़ा नहीं रहेगा और विकास प्रत्येक इलाके तक पहुंचेगा।
क्षेत्रीय विकास में संतुलन स्थापित होने की संभावना बनेगी।खुर्दारोड–बालांगीर रेल परियोजना के तहत बृत्तांग जल परियोजना पर 4.778 किलोमीटर लंबा ऐतिहासिक वायाडक्ट तैयार किया जा रहा है।
अंडरपास तथा ओवरपास का निर्माण
इसके पूरा होने पर यह भारत का दूसरा सबसे लंबा रेल वायाडक्ट बन जाएगा।यह वायाडक्ट नयागढ़ जिले के बुगुड़ा और बाणिगोछा स्टेशनों को जोड़ेगा।इस पूरी परियोजना में हाथियों और अन्य वन्यजीवों की सुरक्षित आवाजाही के लिए अंडरपास तथा ओवरपास, समर्पित वन्यजीव कॉरिडोर आदि का निर्माण वन विभाग की सलाह पर किया जा रहा है, जिससे मानव–पशु संघर्ष में कमी आएगी।परियोजना के पूरा होने के बाद जंगल क्षेत्रों में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
रेल नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा
पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए रेल नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि यह पूर्वी भारत की सबसे महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं में से एक होगी।
खुर्दा रोड–बालांगीर रेल लाइन के माध्यम से यात्रियों को प्रकृति की सुंदरता का मनोहारी दृश्य देखने का अवसर मिलेगा।परियोजना के दसपल्ला के जामुसाही और कुलुरुकुम्पा के बीच ईस्ट कोस्ट रेलवे तेजी से निर्माण कार्य कर रहा है।
केंद्र और राज्य सरकार दोनों का गंभीर प्रयास
परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों गंभीर प्रयास कर रही हैं।असम के बोगीबील पुल के बाद यह देश का दूसरा सबसे लंबा वायाडक्ट होगा। अब तक 60 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
मार्च 2026 तक इस वायाडक्ट का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।इसके ऊपर लग्ज़री विस्टाडोम ट्रेन चलाने की योजना भी है। |