दिल्ली में 10 नवंबर को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था। (फोटो- एएनआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए धमाके के मामले की जांच जारी है। जांचकर्ताओं को संदेह है कि इस दिल्ली ब्लास्ट के तार मुंबई तक जुड़े हो सकते हैं।
दरअसल, महाराष्ट्र के संभाजीनगर में रहने वाली एक महिला की दिल्ली के लाल किले के पास हाल ही में हुए ब्लास्ट से संभावित लिंक के लिए जांच की जा रही है।
नकली आईएस अधिकारी बनकर रही थी महिला
पुलिस ने बताया कि महिला एक IAS ऑफिसर की नकली पहचान के साथ रह रही थी। उसके पाकिस्तानी सेना और अफगानिस्तान के लोगों से भी लिंक निकले हैं। पुलिस ने संदिग्ध महिला को गिरफ्तार कर लिया है। जिस दौरान महिला की गिरफ्तारी हुई, वह एक लग्जरी होटल में रुकी हुई थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस ने दावा किया कि महिला ने खुद का नाम कल्पना भागवत बताया है। वह 10 नवंबर को दिल्ली में मौजूद थी, जब लाल किला के पास धमाका हुआ था। पुलिस ने बताया कि वह महिला पिछले 6 महीने से होटल में रह रही थी, लेकिन ब्लास्ट के दौरान वह दिल्ली में मौजूद थी।
पुलिस ने कोर्ट से मांगी महिला की रिमांड
न्यायालय से महिला की रिमांड मांगते हुए पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान इस बात पर फोकस किया जा रहा है कि क्या महिला नेशनल सेक्योरिटी के लिए खतरा है? वहीं, इस दौरान दिल्ली ब्लास्ट केस से उसके संभावित लिंक की पूरी तरह से जांच की जाएगी।
महिला की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने होटल की तलाशी ली। पुलिस ने पाया कि उसके (महिला) पास 2017 का एक नकली IAS अपॉइंटमेंट लेटर था और उसके आधार कार्ड में भी गड़बड़ियां पाई गईं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पाया गया कि महिला का बैंक अकाउंट में उसके पुरुष मित्र अशरफ खलील और उसके भाई आवेद खलील के बैंक खाते से बड़ी रकम ट्रांसफर की गई थी। बता दें कि महिला का बॉयफ्रेंड पाकिस्तान का है तो वहीं उसका भाई अफगानिस्तान में रहता है।
होटल के कमरे से मिले 19 करोड़ रुपये का चेक
पुलिस ने बताया कि महिला जिस होटल में रुकी थी, उसके कमरे 19 करोड़ रुपये का एक चेक और 6 लाख रुपये का एक और चेक मिला।
पुलिस ने कोर्ट में यह भी बताया कि महिला के पास 10 इंटरनेशनल फोन नंबर थे, जिनमें से कुछ अफगानिस्तान और पेशावर के थे। पुलिस ने कोर्ट में बताया कि महिला के पास से पाकिस्तान आर्मी के अधिकारियों के नंबर भी मिल हैं, जिसमें पेशावर आर्मी कैंटोमनमेंट बोर्ड और अफगानिस्तान दूतावास के नंबर शामिल हैं।
दिल्ली ब्लास्ट ने देश को दहलाया
गौरतलब है कि 10 नवंबर की शाम को दिल्ली के लाल किले के पास एक आई20 कार में ब्लास्ट हो गया। इस आतंकी हमले में 15 लोगों की जान गई थी और 20 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इस मामले में मुख्य आरोपियों की पहचान मुजम्मिल शकील गनई, अदील अहमद राथर और उसके भाई मुजफ्फर अहमद राथर के रूप में हुई है। ये आरोपी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाले कश्मीरी डॉक्टर थे। वहीं, हमला को अंजाम देने वाला कश्मीरी डॉक्टर उमर-उन-नबी ही कार चला रहा था।
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