deltin51
Start Free Roulette 200Rs पहली जमा राशि आपको 477 रुपये देगी मुफ़्त बोनस प्राप्त करें,क्लिकtelegram:@deltin55com

West Champaran : 24 घंटे का उपवास लेकिन क्यों? भितिहरवा में प्रशांत किशोर की ‘चिंतन साधना’ के मायने क्या?

deltin33 2025-11-27 01:50:56 views 231

  

भितिहरवा आश्रम के पास उपवास के लिए लग रहे टेंट। जागरण  



संवाद सूत्र, गौनाहा (पश्चिम चंपारण)। बिहार में बदलाव के संकल्प के साथ भितिहरवा गांधी आश्रम से पदयात्रा आरंभ कर विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर गुरुवार को भितिहरवा आश्रम में 24 घंटे के सामूहिक उपवास पर बैठेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

महात्मा गांधी की कर्मभूमि पर वह आत्मचिंतन करेंगे। इसके लिए भितिहरवा गांधी आश्रम के पास टेंट लग रहा है। काफी संख्या में कार्यकर्ता भी पहुंचेंगे। बुधवार की शाम में ही जनसुराज के कई नेताओं के पहुंचने की संभावना है।

प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2022 को यहीं से पूरे बिहार के लिए पदयात्रा शुरू की थी। उसी गांधी की कर्मभूमि पर लौटकर वे अपने राजनीतिक प्रयासों और परिणामों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा है कि जिस दल को साढ़े तीन प्रतिशत वोट मिला हो, उसकी हार के कारणों पर गंभीरता से विचार होना चाहिए।

उन्होंने माना है कि व्यवस्था परिवर्तन के लक्ष्य के साथ जनसुराज आंदोलन शुरू किया गया था, लेकिन न तो व्यवस्था परिवर्तन हो सका और न ही सत्ता परिवर्तन। उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में थोड़ी बहुत भूमिका जरूर बनी, लेकिन जनता का विश्वास हासिल करने में वे सफल नहीं रहे। उन्होंने स्वीकार किया है कि प्रयास, विचार और जनता तक बात पहुंचाने के तरीके में उनसे कोई चूक हुई होगी।हालांकि, उन्होंने चुनाव जीतने वाले सभी प्रत्याशियों को बधाई देते हुए कहा कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा नेताओं की जिम्मेदारी है कि वे जनता से किए वादों को पूरा करें, भ्रष्टाचार खत्म करें, रोजगार उपलब्ध कराएं और पलायन रोकें।

उधर, नरकटियागंज अनुमंडल पदाधिकारी सूर्य प्रकाश गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम की दूरभाष से सूचना मिली है। लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई लिखित रूप से अनुमति नहीं ली गई है।
like (0)
deltin33administrator

Post a reply

loginto write comments