नयागांव के पास परिवहन विभाग की ओर से पकड़ी गई बस। सौजन्य परिवहन विभाग
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: पंजाब से स्कूली बच्चों और शिक्षकों के दल को लेकर आए चालक ने शराब पीने के बाद बस दौड़ाई। परिवहन विभाग ने बस रोकने को कहा तो चालक ने रफ्तार और बढ़ा दी। एआरटीओ ने करीब दस किमी तक पीछा किया और फिर बस से कुछ दूरी पर आगे सरकारी गाड़ी खड़ी कर दी। तब जाकर बस को रोका जा सका। इसके बाद बस सीज करने के साथ चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
परिवहन विभाग की टीम रविवार रात कालाढूंगी क्षेत्र में चेकिंग कर रही थी। हाथ देने के बावजूद एक चालक ने बस नहीं रोकी। एआरटीओ प्रवर्तन जितेंद्र सिंघवान ने बताया कि चालक के नशे में होने की आशंका पर उन्होंने पीछा कर नयागांव से आगे गाड़ी को रुकवा लिया।
अल्कोमीटर से जांच करने पर पता चला कि चालक कुलदीप शराब के नशे में धुत था। जबकि चेकिंग में पता चला कि अंदर कक्षा आठ से 12 के विद्यार्थियों और शिक्षकों को मिलाकर कुल 45 लोग सवार थे।
पूछताछ में पता चला कि पंजाब के मानसा से एक निजी स्कूल का दल नैनीताल घूमने आया। सभी लोग बैलपड़ाव के एक होटल में रात्रि विश्राम के लिए जा रहे थे। इस बीच रास्ते में चालक ने शराब पी ली।
एआरटीओ के अनुसार दूसरे चालक की व्यवस्था कर बच्चों और शिक्षकों को होटल पहुंचा दिया गया। जबकि चालक को पकड़ कालाढूंगी थाने लाया गया। बस सीज करने के साथ नशे में ड्राइविंग करने पर कुलदीप के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। हालांकि, बस किस स्कूल की थी, पुलिस व परिवहन विभाग ने यह जानकारी नहीं जुटाई।
अंबाला का रजिस्ट्रेशन, परमिट वैधता खत्म
बस के दस्तावेज चेक करने पर पता चला कि रजिस्ट्रेशन अंबाला का है और परमिट वैधता समाप्त हो चुकी है। इसके अलावा 31 अक्टूबर के बाद अगला टैक्स भी जमा नहीं हुआ। एआरटीओ के अनुसार रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है। मामला अब कोर्ट में चलेगा। गनीमत रही कि परिवहन विभाग की नजर गाड़ी पर पड़ गई। चालक के नशे में होने की वजह से हादसा हो सकता था।
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