चिकित्सक के फर्जी हस्ताक्षर तथा फर्जी मुहर से भैंसों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनाकर बैंक से लाखों रुपये का भैंस लोन वितरण का मामला तूल पकड़ गया । (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, बागपत। सरूरपुरकलां के पशु अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक के फर्जी हस्ताक्षर तथा फर्जी मुहर से भैंसों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनाकर बैंक से लाखों रुपये का भैंस लोन वितरण का मामला तूल पकड़ गया। डीडीओ राहुल वर्मा, सीवीओ डा. अरविंद कुमार तथा एलडीएम अभय कुमार ने बैंक में 12 फाइलों को खंगाला। प्रबंधक व पशु चिकित्सक से अपना पक्ष देने के लिए कहा है।
पशु चिकित्सक की फर्जी मुहर तथा फर्जी हस्ताक्षर वाली 12 फाइलें बैंक में लोन के लिए जमा कराई गई थी। इनमें सात फाइलों को मंजूर कर भैंस लोन बंट गया। मामला सुर्खियों में आने पर पांच फाइलों को रोक दिया था। दैनिक जागरण के 10 नवंबर के अंक में पशु चिकित्सक की फर्जी मुहर से बंट गया लाखों का भैंस लोन शीर्षक से प्रकाशित खबर को सचिव मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर कार्रवाई का निर्देश दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सीडीओ नीरज कुमार श्रीवास्तव ने जिला विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व जिला अग्रणी प्रबंधक केनरा बैंक की कमेटी गठित कर गहनता से जांच का निर्देश दिया। सोमवार को अधिकारियों ने संबंघित बैंक शाखा में जाकर जांच पड़ताल की।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. अरविंद कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
ऐसे सामने आया मामला
सरूरपुरकलां निवासी संजीव कुमार ने अपने गांव के प्रभारी पशु चिकित्सक जितेंद्र कुमार वर्मा से भैंसों के लोन में फर्जीवाड़ा होने की शिकायत की। दूसरे जिले के पशु अस्पतालों के नाम से जारी पशु स्वास्थ्य प्रमाण पत्रों पर बागपत की एक बैंक शाखा से लोन जारी होने का आरोप लगाया। आरोप है कि कोई रैकेट है जो लोगों को लोन दिलाने के लिए लोगों से पैसे वसूल कर इस काम को अंजाम दे रहा है। |
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