मंगलवार को गोइलकेरा में पैथोलॉजी लैब की जांच करने पहुंचीं अनुमंडल पदाधिकारी श्रुति राजलक्ष्मी।
संवाद सूत्र, गोइलकेरा। पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा बाजार स्थित बिरसा टोली के पास गैर कानूनी ढंग से चल रहे प्रसाद पैथोलॉजी लैब पर अनुमंडल पदाधिकारी श्रुति राजलक्ष्मी ने छापेमारी की। इस दौरान सरकारी अस्पताल के लैब टेक्नीशियन अजीत प्रसाद को अवैध तरीके से लैब संचालित करते पकड़ा गया। जांच में खुलासा हुआ कि लैब बिना लाइसेंस के चल रही थी और इसे चक्रधरपुर के लाडो डायग्नोसिस कलेक्शन सेंटर के नाम पर संचालित किया जा रहा था। छापेमारी के दौरान लैब में रखे सैंपल, रजिस्टर और कागजात जब्त कर लिए गए और लैब को सील कर दिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि लैब में मरीजों को दिए जाने वाले रिपोर्ट के लेटर हेड पर दस्तखत भी किए गए थे। जांच में सामने आया कि अजीत प्रसाद ब्लड सैंपल गोइलकेरा से चक्रधरपुर तक जेब में रखकर ले जाता था, जबकि उन्हें इसे सुरक्षित रखने के लिए आइस बॉक्स तक उपलब्ध नहीं था।
साथ ही, लैब में मरीजों का ब्लड सैंपल लेने वाली आरती कुमारी की डिग्री की भी जांच की गई। आरोप है कि महिला योग्यताधारी नहीं होने के बावजूद लैब में बैठकर मरीजों के रक्त नमूने लेती और जांच कराती थी।
स्थानीय निवासी अरूप लाल ने आरोप लगाया कि सरकारी अस्पताल में मुफ्त जांच की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद लैब टेक्नीशियन निजी पैथोलॉजी में जांच कराने का दबाव बनाते थे। यह घटना चाईबासा में थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त दिए जाने वाले सनसनीखेज मामले के बाद और अधिक गंभीर हो गई है।
छापेमारी के दौरान बीडीओ विवेक कुमार और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर जयश्री किरण भी मौके पर मौजूद थे। अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई और भविष्य में ऐसे अवैध लैब संचालनों पर सख्त नजर रखी जाएगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |