कैमरून में फंसा आगरा के धीरज का परिवार।
जागरण संवाददाता, आगरा। अफ्रीकी देश कैमरून में दो सप्ताह से पत्नी और एक वर्ष की बेटी के साथ फंसे न्यू आगरा के रहने वाले धीरज ने शुक्रवार को पिता से फोन पर आधा घंटे बात की। उन्होंने पिता से एक ही बात कहा कि वह निर्दोष हैं। कंपनी के अधिकारियों ने उन्हें साजिश के तहत फंसाया है। उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है, एक वर्ष की बेटी के दूध का इंतजाम करने के लिए भी लाले पड़ रहे हैं। परिवार को खाने-पीने को परेशान है। उसके विरुद्ध धोखाधड़ी के मामले में मंगलवार को सुनवाई होनी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कंपनी ने 19 मिलियन की धोखाधड़ी का आरोप लगा दंपती का पासपोर्ट छीन लिया है
न्यू आगरा के खासपुर के रहने वाले धनपाल जैन एक निर्यातक के यहां चालक हैं। पिता ने बताया कि बेटी दीपाली वास्तुविद है, मुंबई में रहती है। बेटा धीरज जैन अकाउंटेंट है। पुणे की एक कंपनी के माध्यम से वर्ष 2012 में कैमरून गया था। तभी से वहां की कंपनी में अकाउंटेंट है। दो वर्ष पहले बेटे की शादी फिरोजाबाद की रहने वाली सुप्रिया से हुई थी। वह नवंबर 2024 में दो महीने की छुट्टी पर घर आया था। इस वर्ष जनवरी में पत्नी के साथ कैमरून लौट गया। इस वर्ष अप्रैल में बहू ने बेटी को जन्म दिया।
पिता से फोन पर आधा घंटे की बात, खाने-पीने से लेकर एक वर्ष की बेटी के दूध को नहीं रकम
पिता ने बताया कि बेटे की कंपनी में सितंबर 2024 में स्थानीय मुद्रा में 19 मिलियन की धोखाधड़ी हुई थी। उस समय बेटे को क्लीन चिट दे दी। बेटे का दो वर्ष का अनुबंध अपनी ओर से बढ़ा दिया गया। मां गीता जैन की हालत खराब होने के वह मुंबई में बेटी के पास उपचार करा रही हैं। मां की हालत की जानकारी होने पर बेटे ने देश वापस लौटने का निर्णय किया तो कंपनी ने उसे 19 मिलियन की धोखाधड़ी के झूठे आरोप में फंसा दिया।
धीरज ने पिता से की बात
शुकव्रार दोपहर धीरज ने पिता धनपाल से करीब आधा घंटे तक बात की। वह सिर्फ यही कहता रहा कि उसे निर्दोष फंसाया जा रहा है। उसे पांच दिन तक पुलिस ने बैठाए रखा। कंपनी ने पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया है। वहां आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। मामले में कैमरून के स्थानीय न्यायालय में 26 नवंबर को सुनवाई होनी है। जिसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। |