चार अंतरराष्ट्रीय तस्करों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पाकिस्तान से आ रही ड्रग्स से बनाई जा रही काली कमाई पर अब ईडी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार अंतरराष्ट्रीय तस्करों के खिलाफ चंडीगढ़ में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आरोपितों में लवप्रीत सिंह उर्फ लवी सरपंच, विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की, कृष्ण सिंह और निशान सिंह सोनी शामिल हैं। इन चारों को पिछले साल चंडीगढ़ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने पकड़ा था। इन चारों से एएनटीएफ को साढ़े चार किलो हेरोइन बरामद हुई थी। इस हेरोइन की कीमत 20 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बताई जा रही है। ऐसे में इनके खिलाफ ईडी ने भी जांच शुरू कर दी थी।
ईडी को जांच के दौरान इनकी करोड़ों की संपत्ति का पता चला था। इनके पास से कई लग्जरी गाड़ियां भी बरामद हुईं। ईडी ने पंजाब के अलग-अलग इलाकों में इनकी करीब 15 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त भी कर लिया था। वहीं, पुलिस ने भी इनकी 35 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की थी। अब ईडी ने इनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस चलाए जाने के लिए जिला अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है जिस पर 23 दिसंबर से सुनवाई शुरू होगी।
डेढ़ साल पहले एएनटीएफ ने पकड़े थे तस्कर
28 मार्च 2024 को चंडीगढ़ पुलिस की एएनटीएफ टीम सेक्टर-43 में पेट्रोलिंग कर रही थी। रात करीब 11.45 बजे एक गुप्त सूचना मिली कि मोगा निवासी विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की और उसकी एक दोस्त ग्लांजा कार में घूम रहे हैं। यह दोनों ट्राईसिटी में हेरोइन के बड़े सप्लायर थे।
सूचना मिलने पर पुलिस ने ट्रैप लगाया और सेक्टर-42 की लेक के पास इन दोनों को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान पुलिस को इनसे 1.01 किलो हेरोइन बरामद हुई। पुलिस ने कोर्ट से इनका रिमांड लिया और केस की जांच शुरू कर दी थी। इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया था।
लुधियाना से पकड़ा गया था सरगना लवप्रीत
विक्रमजीत सिंह के बयान पर पुलिस ने लुधियाना के होटल पाम कोट में छापेमारी की जहां से फिरोजपुर निवासी लवप्रीत सिंह उर्फ लवी पकड़ा गया था। वह पंजाब पुलिस के एक रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर का बेटा है। पुलिस को उससे एक फोर्ड एंडेवर कार, साढ़े चार लाख रुपये ड्रग मनी और चंडीगढ़ नंबर की एक ऑडी कार बरामद हुई थी।
यह कारें ड्रग्स की कमाई से ही खरीदी गई थीं। इनका इस्तेमाल भी वह नशा सप्लाई के लिए करता था। पुलिस ने लवप्रीत को चंडीगढ़ जिला अदालत में पेश कर उसका सात दिनों का रिमांड लिया। उसके बयान पर पुलिस ने 31 मार्च 2024 को सेक्टर-91 मोहाली की वेंबली सोसायटी के फ्लैट पर छापेमारी कर 502 ग्राम हेरोइन बरामद की थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कृष्ण सिंह नाम के युवक को गिरफ्तार किया।
फरीदकोट जेल से निशान सिंह चला रहा था कारोबार
लवप्रीत सिंह ने अपने बयान में बताया था कि उसकी फरीदकोट जेल में बंद निशान सिंह से अक्सर बात होती थी। वह उसे बताता था कि नशा कहां डिलीवर करना है। लवप्रीत के बयान पर पुलिस ने फरीदकोट जेल से प्रोडक्शन वारंट पर निशान सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस तरह सभी कड़ियों को जोड़ने पर पुलिस को चार किलो 508 ग्राम हेरोइन बरामद हुई थी जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
पाकिस्तान से आती थी नशे की खेप
जांच एजेंसियों को पता चला कि नशे की यह खेप पाकिस्तान से आ रही थी। इस पूरे रैकेट को फिरोजपुर निवासी रिटायर्ड पुलिसकर्मी का बेटा लवप्रीत सिंह चला रहा था। सूत्रों के मुताबिक वह अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़ा हुआ था और पाकिस्तान में हवाला के जरिए पैसों का लेनदेन करता था। |