राज्य ब्यूरो, लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती समारोह अभियान के राष्ट्रीय सह संयोजक सतीश उपाध्याय ने कहा है कि आजादी के बाद कांग्रेस शासनकाल में पटेल के योगदान को योजनाबद्ध तरीके से उपेक्षित किया गया। पटेल भारत की एकता, अखंडता और प्रशासनिक आधारशिला के सबसे प्रमुख निर्माताओं में से एक थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बुधवार को पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उपाध्याय ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी के बाद प्रधानमंत्री चयन के लिए हुए गुप्त मतदान में 14 वोट पटेल के पक्ष में थे, जबकि एक वोट जवाहर लाल नेहरू के पक्ष में पड़ा था। इसके बावजूद प्रधानमंत्री कौन बना, यह तथ्य कांग्रेस की नीयत और नेतृत्व चोरी को साफ दर्शाता है।
यदि पटेल प्रधानमंत्री बने होतो तो देश आत्मनिर्भर और विकसित बन गया होता। कांग्रेस को सरदार पटेल पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभियान के तहत अब तक 314 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं और शेष क्षेत्रों में 25 नवंबर तक कार्यक्रम पूरे कर लिए जाएंगे।
इससे पूर्व उपाध्याय तथा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने अभियान की प्रगति, प्रभाव तथा कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर प्रदेश टोली के साथ बैठक की। |