तनाव में ज्यादा खाने की आदत? डॉक्टर ने बताया समाधान (Picture Credit- AI Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों हमारी लाइफस्टाइल काफी ज्यादा बदल चुकी है। बढ़ता वर्क प्रेशर और घर-परिवार की जिम्मेदारी अक्सर लोगों के लिए स्ट्रेस का कारण बनती है। आजकल की जिंदगी में थोड़ा बहुत स्ट्रेस होना आम है, लेकिन अगर यह जरूरत से ज्यादा और लगातार बना रहना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तनाव होने पर लोग इसे मैनेज करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। कोई गाने सुनता है, तो कोई शॉपिंग करता है। इसी तरह कुछ लोग स्ट्रेस होने पर अपनी पसंदीदा चीजें खाना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि अक्सर स्ट्रेस होने पर लोग ज्यादा खाना खाने लगते हैं। इसकी क्या वजह है कि इस बारे में जानने के लिए हमने तुलसी हेल्थकेयर, नई दिल्ली में सीनियर साइकियाट्रिक एवं सीईओ डॉ. गौरव गुप्ता से बातचीत की। आइए जानते हैं क्यों स्ट्रेस होने पर अक्सर क्यों ज्यादा खाने लगते हैं लोग-
स्ट्रेस में क्यों ज्यादा खाते हैं लोग?
डॉक्टर बताते हैं कि कई लोग तनाव में होने पर ज्यादा खाते हैं, जिसे अक्सर स्ट्रेस ईटिंग या इमोशनल ईटिंग कहा जाता है। जब आप तनाव महसूस करते हैं, तो आपका शरीर कोर्टिसोल नामक हार्मोन छोड़ता है, जो भूख बढ़ाता है और हाई फैट, शुगर और नमकीन फूड्स की क्रेविंग्स को बढ़ाता है।
ये फूड आइटम्स अस्थायी रूप से सेरोटोनिन और डोपामाइन के लेवल को बढ़ाते हैं, जिन्हें फील गुड हार्मोन भी कहा जाता है, जिससे आपको थोड़े समय के लिए बेहतर महसूस होता है। हालांकि, यह राहत कुछ समय के लिए होती है और इसके तुरंत बाद गिल्ट और थकान हो सकती है, जिससे ज्यादा खाने का एक दुष्चक्र बन जाता है।
कैसे मैनेज करें स्ट्रेस ईटिंग?
- डॉक्टर बताते हैं कि स्ट्रेस ईटिंग से निपटने के लिए, अपने ट्रिगर्स को पहचानना जरूरी है। काम का दबाव हो, अकेलापन हो, या इमोशनल फीलिंग कई बार स्ट्रेस ईटिंग का कारण बनते हैं।
- स्ट्रेस को कम करने के लिए खाने की तरफ जाने की बजाय मन को शांत करने वाली कुछ एक्सरसाइज करें। डीप ब्रीदिंग, मेडिटेशन या वॉकिंग जैसे हेल्दी तरीके भी अपना सकते हैं।
- स्ट्रेस मैनेज करने के लिए हेल्दी और बेलेंस्ड डाइट भी बेहद जरूरी है। साथ ही पर्याप्त नींद लेना और हाइड्रेटेड रहने से भी आपके भूख के हार्मोन को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
- अगर क्रेविंग हो, तो फल या ड्राई फ्रूट जैसे हेल्दी स्नैक्स चुनें। इससे क्रेविंग शांत होगी और सेहत को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।
- स्ट्रेस होने पर अपनी फीलिंग्स को लिखना या किसी से करीबी से शेयर करने से भी काफी फायदा मिलेगा। इस तरह आपको इमोशनल स्ट्रेस को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
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