देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल।
जागरण संवाददाता, देहरादून: गरीबी के कारण बेटे की फीस न भर पाने और उसका दाखिला दूसरे स्कूल में कराना चाह रही महिला को जब स्कूल प्रबंधन ने ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) देने से इन्कार कर दिया तो जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
महिला ने जिलाधिकारी सविन बंसल से बेटे की टीसी दिलाने की गुहार लगाई तो जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी। जिस पर दो दिन के भीतर ही स्कूल प्रबंधन की ओर से बच्चे की टीसी जारी कर दी गई।
चंदर रोड निवासी नजमा खातून ने 13 नवंबर को जिलाधिकारी से गुहार लगाई कि उनके बेटे समद अली ने डालनवाला स्थित ब्रूकलीन स्कूल से आठवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है और अब नवीं कक्षा में पढ़ रहा है। स्कूल की फीस अधिक होने के कारण वह उस स्कूल में बच्चे की पढ़ाई जारी रखने में सक्षम नही हैं व आगे की पढ़ाई अन्य स्कूल से कराना चाहती हैं।
बताया कि जून से अक्टूबर तक की फीस जमा न करवा पाने के कारण स्कूल प्रबंधन टीसी नहीं दे रहा है, जिससे बच्चे की पढ़ाई बाधित हो रही है। नजमा ने बताया कि उसके पति दिव्यांग हैं और वह फीस भरने में असमर्थ हैं।
महिला की दयनीय हालत देखते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को दो दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के संज्ञान लेते ही स्कूल प्रबंधन ने समद की फीस माफ करते हुए दो दिन में टीसी जारी कर दी।
इस संबंध में सोमवार को मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई, जिसमें टीसी जारी होने की जानकारी दी गई।
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