सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, आगरा। हार्ट अटैक पड़ने पर तुरंत इलाज मिलने से मरीज की जान बच सकती है। साथ ही ह्रदय की मांसपेशियों को होने वाले नुकसान को भी कम किया जा सकता है। मगर, स्वास्थ्य केंद्रों पर हार्ट अटैक के मरीजों को प्रारंभिक उपचार नहीं मिल पा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ऐसे में आगरा के साथ ही मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के स्वास्थ्य केंद्रों पर हार्ट अटैक के मरीजों के इलाज के लिए एसएन मेडिकल कालेज को केंद्र बनाया गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों सीएचसी पर ईसीजी सहित पैथोलाजी जांच की सुविधा के साथ ही दवाएं भी उपलब्ध हैं। मगर, सीएचसी पर मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में एसएन मेडिकल कालेज को आगरा मंडल के स्वास्थ्य केंद्रों के लिए हार्ट अटैक के मरीजों के इलाज के लिए केंद्र बनाया गया है।
एसएन के प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि एसएन के ह्रदय रोग विशेषज्ञों की टीम के निर्देशन में आगरा मंडल के स्वास्थ्य केंद्रों के डाक्टर हार्ट अटैक के मरीजों का इलाज करेंगे। इसके लिए वाटस एप ग्रुप बनाया जा रहा है, साथ ही डाक्टरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे वे सीने में दर्द, बेचैनी, घबराहट के साथ ही सांस फूलने सहित अन्य लक्षण के साथ आने वाले मरीजों की जांच कर हार्ट अटैक की पहचान कर सकें।
मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र पर ही प्रारंभिक उपचार दें, इसमें दवा देने के साथ ही ह्रदय को खून की सप्लाई करने वाले नलिकाओं की ब्लाकेज को इंजेक्शन के माध्यम से खोला जा सकेगा। प्रारंभिक उपचार देने के बाद मरीज को एसएन रेफर किया जाएगा। यहां सुपरस्पेशियलिटी विंग में मरीजों की एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी की जाएगी। वहीं जनवरी से हार्ट सर्जरी भी शुरू हो जाएगी।
24 नवंबर को मंडल के 70 डाक्टरों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
एसएन मेडिकल कालेज के डाक्टरों द्वारा 24 नवंबर को आगरा के साथ ही मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात 70 डाक्टरों को हार्ट अटैक के मरीजों को प्राथमिक उपचार देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे मरीजों को सुरक्षित एसएन मेडिकल कालेज सहित अन्य बड़े केंद्र तक पहुंचाया जा सके। |