शी चिनफिंग । (फाइल)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वह जापान की यात्रा न करें। चीनी अधिकारियों का कहना है कि जापानी प्रधानमंत्री साने ताकाइची की ताइवान पर हालिया टिप्पणियों ने चीनी नागरिकों के लिए सुरक्षा जोखिम पैदा कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात परामर्श जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि ताकाइची की टिप्पणियों ने आपसी आदान-प्रदान के माहौल को नुकसान पहुंचाया है। मंत्रालय ने जापान में मौजूद नागरिकों से स्थानीय सुरक्षा स्थितियों को लेकर सतर्क रहने का भी निर्देश दिया है।
दोनों देशों में बढ़ा तनाव
इस कदम ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। यह सलाह ताइवान पर ताकाइची के बयानों पर चीन द्वारा टोक्यो के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराने के एक दिन बाद आया है।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग ने जापान के राजदूत केंजी कनासुगी को तलब किया और प्रधानमंत्री पर गलत और भड़काऊ टिप्पणी करने का आरोप लगाया।
ताकाइची ने इस महीने की शुरुआत में टिप्पणी की थी कि ताइवान स्ट्रेट में सैन्य आपातकाल जापान के अस्तित्व के लिए खतरा बन सकता है।
बीजिंग का कहना है कि यह टिप्पणी ताइवान संघर्ष में जापान की संभावित संलिप्तता का संकेत देती है। सुन ने कहा कि ये टिप्पणियां बेहद गंभीर प्रकृति की थीं। यह एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन करती थीं और चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के समान थीं।
(समाचार एजेंसी एएनआइ के इनपुट के साथ) |