सरकारी बीज को जलता देखते अधिकारी
जागरण संवाददाता, रामपुर। किला परिसर उद्यान विभाग में किसानों के लिए आया सरकारी बीज आग के हवाले कर दिया। कूड़े के ढेर में कट्टों को कर्मचारियों द्वारा डालकर जलाए जाने से खलबली मच गई। बीज के कट्टों को जलाने की सूचना पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने विभाग के अधिकारियों से बात करनी चाही तो सभी इधर-उधर हो गए। उद्यान अधीक्षक ने मामले के प्रति अनभिज्ञता जताते हुए स्टाफ का जवाब तलब किए जाने की जानकारी दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
किला परिसर स्थित उद्यान अधीक्षक का कार्यालय है। यहां बीज गोदाम भी है। जहां किसानों को वितरण के लिए बीज आता है जो जनपद की आठ नर्सरी व छह पौधशाला पर भेजा जाता है। शुक्रवार को यहां परिसर में किसानों को दिए जाने वाले बीज के कटटे आग के हवाले कर दिए। आग जलने पर धुंआ उठता देख उसे देखने के लिए लोग पहुंच गए। इससे विभाग के लोगों में खलबली मच गई।
मीडिया कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। जहां किला परिसर में बने मंच के पीछे वाले भाग में कूडे के ढेर में सरकारी बीज के कटटे जल रहे थे। कुछ कटटे जल चुके थे। कुछ जलने वाले थे। जलने से बचे कटटों के रैपर एनएचडीआरएफ छपा हुआ है। उसकी उत्पादन तिथि 19 जून 2023 जबकि स्क्पायर तिथि 18 मार्च 2024 अंकित है। इससे स्पष्ट है कि इसे किसानों को नहीं दिया गया।
तिथि निकलने के बाद उसे वहीं बंद रखे रखा और शुक्रवार को आग के हवाले कर दिया। इस बारे में मीडिया कर्मियों ने उद्यान विभाग के लोगों से जानकारी करनी चाही तो उन्होंने कन्नी काट ली। इससे विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सवालों के घेरे में आ गए हैं। विभाग के अधीक्षक अजय कुमार ने भी शुरु में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
मोबाइल पर संपर्क करने पर बताया कि वह जून 2025 में ही यहां आए हैं। जलाई सामग्री व बीज के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कितना पुराना और कब से कितना सामान रखा था, क्यों जलाया गया? इसकी जानकारी के लिए स्टाफ को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उद्यान विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। 20 से 25 लाख रुपये का बीज किसानों के लिए आया था। उसे आग के हवाले कर दिया। दोषी अधीक्षक एवं उनका स्टाफ के खिलाफ जिलाधिकारी से मिलकर शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की जाएगी। प्रदेश सरकार किसानों को फ्री में बीज उपलब्ध करा रही है। भिंडी, आलू, तुरई व लौकी का बीज किसानों को नहीं दिया जाता। पुराने होने पर इस तरह जला देते हैं। यह बीज पिछले साल का था जो जलाया गया है।
- सलीम सलीम वारसी, जिलाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन भानू
किसान सुविधाओं से जुड़ी योजनाओं को अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यही कारण है कि शुक्रवार को किला परिसर में उद्यान अधीक्षक कार्यालय के समीप बीज के कटटे जला दिए गए। इन्हे किसानों को नहीं दिया गया।
- देशराज सिंह
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