RBI का बड़ा फैसला: गोल्ड के बाद अब चांदी पर भी मिलेगा लोन, इस तारीख से लागू होगा नियम; पढ़ें पूरी डिटेल
नई दिल्ली| भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा फैसला लिया है। लोग अब चांदी पर भी लोन (Silver Loan) ले सकेंगे। ठीक वैसे ही, जैसे अभी सोने (Gold Loan) पर मिलता है। RBI ने इसके लिए \“सोना और चांदी (ऋण) दिशानिर्देश, 2025\“ (Gold and Silver (Loans) Directions, 2025) जारी किए हैं, जो 1 अप्रैल 2026 से लागू होंगे। नई गाइडलाइन में बताया गया है कि कौन लोन देगा, कितनी चांदी या सोना गिरवी रख सकते हैं और लोन की अधिकतम सीमा कितनी होगी। यह कदम ग्रामीण और मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कौन दे सकेगा चांदी पर लोन?
आरबीआई के नए नियमों के मुताबिक ये संस्थान अब सिल्वर लोन दे सकेंगे:
- सभी कॉमर्शियल बैंक (स्मॉल फाइनेंस और रीजनल रूरल बैंग सहित)
- अर्बन और रूरल को-ऑपरेटिव बैंक
- एनबीएफसी (NBFCs) और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां
किन चीजों पर मिलेगा लोन?
- सोने के गहने (gold jewellery)- अधिकतम 1 किलो तक
- चांदी के गहने (silver jewellery)-अधिकतम 10 किलो तक
- सोने के सिक्के (gold coin)- अधिकतम 50 ग्राम तक
- चांदी के सिक्के (silver coin)- अधिकतम 500 ग्राम तक
बुलियन यानी शुद्ध सोना या चांदी या गोल्ड ETF/म्यूचुअल फंड पर लोन नहीं मिलेगा।
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कितना मिलेगा लोन? (Loan-to-Value Ratio)
- 2.5 लाख रुपए तक के लोन पर 85% तक
- 2.5 लाख से 5 लाख रुपए तक के लोन पर 80% तक
- 5 लाख रुपए से ऊपर के लोन पर 75% तक
- यानी अगर आपके पास 1 लाख रुपए की चांदी है, तो आपको 85,000 रुपए तक लोन मिल सकता है।
कीमत कैसे तय होगी?
बैंक या NBFC पिछले 30 दिनों की औसत क्लोजिंग प्राइस या पिछले दिन की कीमत (जो कम हो) को मानक मानेंगे। ये दर IBJA (इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन) या मान्यता प्राप्त कमोडिटी एक्सचेंज से ली जाएगी।
लोन की प्रक्रिया और सुरक्षा?
मूल्यांकन ग्राहक की मौजूदगी में होगा। सभी कागजात ग्राहक की स्थानीय भाषा में मिलेंगे। ज्वैलरी बैंक के सुरक्षित वॉल्ट में रखे जाएंगे। साथ ही, बैंक समय-समय पर जांच भी करेगा।
लोन चुकाने के बाद गहने वापसी
RBI ने साफ किया है कि लोन चुकाने के सात कार्य दिवस (seven working day) के भीतर बैंक को गहने या चांदी लौटाने होंगे। अगर बैंक की गलती से देरी होती है तो 5,000 रुपए प्रति दिन का मुआवजा देना होगा।
अगर लोन नहीं चुकाया तो?
बैंक पहले नोटिस देगा। एक महीने बाद ऑक्शन (नीलामी) की प्रक्रिया शुरू होगी। रिजर्व प्राइस मौजूदा बाजार भाव का 90% से कम नहीं होगा। दो बार नीलामी असफल होने पर इसे 85% तक घटाया जा सकेगा।
दो साल तक न लेने पर क्या होगा?
अगर ग्राहक लोन चुकाने के 2 साल बाद भी गहने या चांदी नहीं लेता, तो बैंक उसे \“अनक्लेम्ड कॉलैटरल\“ घोषित कर देगा और ग्राहक या वारिसों से संपर्क के लिए विशेष अभियान चलाएगा।
RBI का यह कदम छोटे निवेशकों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए राहत लेकर आया है, जहां चांदी को भी संपत्ति की तरह इस्तेमाल किया जाता है। अब सोने की तरह चांदी से भी तुरंत कैश की जरूरत पूरी की जा सकेगी। |