फोटो सोर्स- पीटीआई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के लाल किला मेट्रो के पास हुए ब्लास्ट को लेकर अब नया खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के सूत्रों ने बताया है कि लगभग आठ संदिग्धों ने चार जगहों पर सिलसिलेवार विस्फोट करने की योजना बनाई थी। उनकी योजना दो-दो के ग्रुप में चार शहरों में जाने की थी। हर समूह अपने साथ कई IED ले जाने वाला था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गौरतलब है कि इससे पहले भी जानकारी सामने आई थी कि आतंकियो ने दीवाली और गणतंत्र दिवस पर धमाके की योजना बनाई थी।
Delhi terror blast case | Around eight suspects planned to carry out a serial blast at four locations. They had planned to move to four cities in groups of two each. Each group was supposed to carry multiple IEDs along with them: Investigative Agency Sources— ANI (@ANI) November 13, 2025
हमले में शामिल फिदायीन की डीएनए जांच में क्या आया सामने?
गौरतलब है कि i20 कार ब्लास्ट में शामिल शख्स के डीएनए से आखिरकार इस बात की पुष्टि हो गई है कि 10 नवंबर की शाम लाल किले के पास हुए विस्फोट में डॉ. उमर मोहम्मद शामिल था। घटनास्थल से बरामद मानव अंगों का मिलान उमर के परिवार के सदस्यों के डीएनए से हुआ। बाद में आई जांच रिपोर्ट में पूरे मामले का खुलासा हुआ।
दिल्ली पुलिस ने बयान में कहा कि डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी था। विस्फोट के बाद, उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंस गया था। उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।
कौन था डॉ उमर मोहम्मद?
उमर मोहम्मद लाल किला मेट्रो पार्किंग ब्लास्ट में फिदायीन था। उमर मोहम्मद फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाता था। उमर ही वह शख्स था जो सोमवार को फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर पलिस की छापामारी से भाग निकला था। इसके कई साथियों का कनेक्शन भी दिल्ली ब्लास्ट है। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
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