रोहतक में अभय चौटाला और जींद-कैथल में रामपाल माजरा ने किया नेतृत्व (फोटो: जागरण)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के कई जिलों में जलभराव की निकासी नहीं होने, सरकार द्वारा अभी तक बर्बाद हुई फसलों की विशेष गिरदावरी नहीं कराने, खराब फसलों का मुआवजा नहीं मिलने, खाद की कमी और मंडियों में धान और बाजरे की फसल की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं होने के मुद्दों को लेकर इंडियन नेशनल लोकदल ने राज्य के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस दौरान धान घोटाले के आरोप लगाए गए। इनेलो नेताओं ने कहा कि हरियाणा में यहां के किसानों का धान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीदा जा रहा है, लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश से गाड़ियां मंगवाकर उनकी खरीद की जा रही है।
इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने रोहतक, इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा ने जींद एवं कैथल, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शेर सिंह बडशामी ने कुरूक्षेत्र, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव प्रकाश भारती ने अंबाला, संगठन सचिव उमेद लोहान ने हिसार, डबवाली से विधायक आदित्य देवीलाल ने सिरसा और इनेलो महिला विंग की प्रदेश प्रभारी सुनैना चौटाला ने फतेहाबाद में धरने प्रदर्शनों की अगुवाई की।
रोहतक में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भारी बारिश की वजह से पूरे प्रदेश में किसानों की फसल बर्बाद हुई। लगातार प्रदेश की भाजपा सरकार से आग्रह किया गया कि किसान के खेतों में खड़ा पानी निकाला जाए और किसानों को बर्बाद हुई फसल का प्रति एकड़ 50 हजार रूपये मुआवजा दिया जाए ताकि किसान अपनी अगली फसल की बुआई कर सकें। चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों की सुध लेने की बजाय बिहार चुनाव में व्यस्त हो गई।
अभय सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार को एक सप्ताह का समय दिया गया है, ताकि सरकार जलभराव के पानी की निकासी, बर्बाद हुई फसलों का 50 हजार रूपए प्रति एकड़ मुआवजा, मंडियों में धान और बाजरे की फसल जो कम दामों पर खरीदी गई है, उसकी भरपाई करने जैसी मांगों को माने अन्यथा पार्टी और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।
जींद में इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश के किसान को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। सिरसा में इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल ने कहा कि सरकार को किसानों की अनदेखी बहुत महंगी पड़ेगी। |