राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत। जागरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, पटना। एनडीए का घोषणा पत्र जारी होने के साथ ही कांग्रेस एनडीए सरकार पर हमलावर हो गई है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार कांग्रेस के चुनाव पर्यवेक्षक अशोक गहलोत और राज्यसभा सदस्य डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर एनडीए के चुनावी घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गहलोत ने तंज कसते हुए कहा कि इतिहास में पहली बार महज 26 सेकेंड में प्रेस कांफ्रेंस खत्म कर दी गई। इससे बड़ा मजाक लोकतंत्र में कुछ और नहीं हो सकता है। मीडिया तक हैरान थी कि ये क्या हो रहा है? उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन की सबसे छोटी प्रेस कांफ्रेंस थी। गहलोत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं पर मीडिया से भागने के आरोप लगाए और कहा कि जिसका प्रधानमंत्री मीडिया का सामाना करने से बचता है उसके नेता कैसे मीडिया के सामने टिक पाएंगे।
गहलोत ने कहा कि आज भी मीडिया सवाल पूछे इसके पहले नेता उठकर चले गए। मीडिया से डरना लोकतंत्र से डरने जैसा है। अगर आपने वादा किया था कि बिहार को 1 लाख 25 हजार करोड़ का पैकेज देंगे, तो अब उसका हिसाब दीजिए। गहलोत ने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि हम गन्ने से शक्कर बनाएंगे। वही शक्कर डालकर चाय पीयूंगा। लेकिन आज तक बिहार के किसानों को मिठास नहीं मिली, सिर्फ कड़वाहट ही मिली।
वहीं डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार से घोषणा पत्र जारी क्यों नहीं कराया गया। क्या वे अब उस स्थिति में नहीं हैं कि बिहार के लोगों से वादे कर सकें। दोनों नेताओं ने कहा कि एनडीए सरकार अपने बीते 20 साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करे, फिर कोई नया वादा करे। हम एनडीए का घोषणा पत्र गांव-गांव ले जाकर लोगों को बताएंगे कि ये घोषणा नहीं सिर्फ छलावा है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नेताओं ने पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी याद किया और उनके काम दोहराए। प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश मीडिया विभाग के अध्यक्ष राजेश राठौड़, अनुपम कुमार के अलावा दूसरे कई नेता उपस्थित रहे। |