तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण  
 
  
 
संवाद सूत्र जागरण झबरेड़ा। गन्ना कमिश्नर के निर्देश के बाद सचिव प्रभारी सहकारी गन्ना समिति की तहरीर पर पुलिस ने इकबालपुर चीनी मिल की प्रबंध समिति के निदेशक समेत पांच लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
उत्तराखंड किसान मोर्चा की तरफ से इकबालपुर चीनी मिल पर करोड़ों रुपए के बकाया भुगतान समेत कई मांगो को लेकर रुड़की तहसील में एसडीएम कार्यालय के बाहर 52 दिन से धरना चल रहा था। गुरुवार को गन्ना कमिश्नर तिलोक सिंह मर्तोलिया किसानों के धरने पर पहुंचे थे।  
 
इस दौरान किसानों ने चीनी मिल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की थी। गन्ना कमिश्नर ने कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना स्थगित कराया था। इस मामले में उन्होंने कार्रवाई के निर्देश भी विभागीय अधिकारियो को दिए थे। इस मामले में शीशपाल सिंह सचिव प्रभारी सहकारी गन्ना समिति इकबालपुर रुड़की ने झबरेड़ा थाना पुलिस को तहरीर दी। जिसमें बताया कि इकबालपुर चीनी मिल की तरफ से समिति को 27 सितंबर को बकाया भुगतान का चार करोड़ 54 लाख 34 हजार 703 रुपए का चेक दिया गया था।  
 
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इसके बाद 16 अक्टूबर को पांच करोड़ का चेक दिया गया। इसके बावजूद इकबालपुर चीनी मिल के इस चेक का भुगतान नही हों पाया। जिस पर समिति ने इकबालपुर चीनी मिल पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।  
 
झबरेडा थाना प्रभारी अजय शाह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर इकबालपुर चीनी मिल की प्रबंध समिति की निदेशक श्रेया साहनी, यूनिट हेड अनिल तंवर, अकाउंट ऑफिसर जनार्दन ध्यानी, डायरेक्टर बृजेश कुमार तथा शिवकुमार सिसोदिया पर मुकदमा दर्ज किया है। |