Budh Gochar 2025: मेष, वृष और मिथुन के लिए कैसा रहेगा बुध गोचर?
आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। बुध देव 24 अक्टूबर 2025( Budha Gochar 2025 Mercury Transit) को वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। यह समय गहरी सोच, मानसिक फोकस और बदलाव का है। इस समय लोग ज्यादा सोच-समझकर, योजना बनाकर और थोड़े चुपचाप काम कर सकते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि बुध गोचर से किन राशियों की किस्मत चमकेगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मेष राशि
बुध आपके कुंडली में तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। 24 अक्टूबर 2025 को बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होगा। यह समय आपके जीवन में परिवर्तन और संयुक्त संसाधनों पर ध्यान लाएगा। इस समय आप चीज़ों को अच्छे से समझ पाएंगे और अंदर की सूझ-बूझ बढ़ेगी, लेकिन वित्तीय मामलों में सावधानी बरतना आवश्यक है। छिपे हुए मुद्दे या सत्य सामने आ सकते हैं। बुध दूसरे भाव को दृष्टि दे रहे हैं, इसलिए बोलने से पहले सोचें और परिवार में सामंजस्य बनाए रखें।
मेष राशि के लिए उपाय
- बुधवार को जरूरतमंदों को मूंग दाल (हरी मूंग) दान करें।
- रोजाना 108 बार “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें, इससे मन को शांति और स्पष्टता मिलेगी।
वृषभ राशि
बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके सातवें भाव में होगा, जो रिश्तों और सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस समय प्रियजनों के साथ गहरी और सार्थक बातचीत हो सकती है। प्रेम संबंधों में अत्यधिक शंका या अधिक विश्लेषण से बचें। बुध पहले भाव को दृष्टि दे रहे हैं, जिससे आपकी बुद्धिमत्ता और संवाद करने की क्षमता बढ़ेगी।
वृषभ राशि के लिए उपाय:
- बुधवार को गायों को हरी चारा खिलाएं।
- बुध की शक्ति बढ़ाने के लिए बुधवार को हरे कपड़े पहनें।
मिथुन राशि
बुध आपके पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। 24 अक्टूबर 2025 को बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके छठे भाव में होगा। इस समय आपको अपने काम और स्वास्थ्य पर खास ध्यान देना चाहिए। यह अवधि काम के दौरान छुपी हुई बातें या परिस्थितियाँ सामने ला सकती है। आप अपने काम को सोच-समझकर और ध्यानपूर्वक करने लगेंगे। बुध बारहवें भाव को दृष्टि दे रहे हैं, जो खर्च और मानसिक शांति के लिए सचेत रहने की सलाह देता है। इस दौरान स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और ज्यादा चिंता या ओवरथिंकिंग से बचें।
मिथुन राशि के लिए उपाय:
- बुधवार को हरी चीजें जैसे दाल या कपड़े जरूरतमंदों को दान करें।
- भगवान विष्णु की पूजा करें या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
लेखक: श्री आनंद सागर पाठक, Astropatri.com, फीडबैक के लिए लिखें: hello@astropatri.com
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