प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।  
 
  
 
संवाद सूत्र, जागरण़ गंगीरी/अलीगढ़। अलीगढ़ के गांव बढारी बुजुर्ग में कई दिनों से जंगल में विचरण कर रहे दो काले हिरनों ने कई लोगाें पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। जिनमें से 80 वर्षीय घायल वृद्व की उपचार के दौरान घर पर ही मृत्यू हो गई। जगंल में काले हिरनों के आने के भय के कारण किसान अपने खेतों पर भी नही जा पा रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
   
जंगल में विचरण कर रहे काले हिरन ने कई लोगों पर किया हमला  
 
   
 
क्षेत्र के गांव बढ़ारी बुजुर्ग के निकट काली नदी गुजर रही है। काली नदी के निकट सिद्व बाबा आश्रम है। उस आश्रम पर गांव बढ़ारी बुजुर्ग निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग छत्रपाल अपने घर से आते-जाते रहते थे। करीब पांच दिन से वह आश्रम पर ही रह रहे थे। जंगल में विचरण करते समय दो काले हिरन आश्रम पर पहुंचे और वहां बैठ गए। हिरनों के पहुंच जाने पर बुजुर्ग ने जैसे ही हिरनों के पास पहुंचे वैसे ही उनमें से एक हिरन जंगल की ओर भाग गया और दूसरा वहीं रह गया। जिसकी छत्रपाल सेवा करने लगे और हिरन उन्हीं के साथ वहां रहने लगा।  
 
   
कई वर्षों से नदी किनारे बने मंदिर पर से आते-जाते थे बुजुर्ग  
 
   
 
सोमवार को दीपावली पर्व पर हिरन ने बुजुर्ग पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। सूचना पर परिवार के लोग उन्हें घर ले आये और उनका उपचार कराने लगे। दोपहर करीब दो बजे बुजुर्ग की मौत हो गई। इसके अलावा कुछ दिन पूर्व हिरन ने गांव बढ़ारी बुजुर्ग निवासी खूबसिंह एवं बढ़ारी खूर्द निवासी एक महिला को भी घायल कर दिया था। बुजुर्ग के परिवार के ही यादकरन कुशवाहा ने बताया कि कई दिनों से काले हिरन गांव एवं नदी किनारे विचरण कर रहे हैं। जिनमें से एक कोले हिरन जो कि काला और सफेद दोनों रंग का है। जंगल में काले हिरनों के आने एवं उनके द्वारा किसानों पर किये जाने वाले हमले को लेकर किसान खेतों पर जाने से कतरा रहे हैं। |