अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को एक मैनेजमेंट और आध्यात्मिक गुरु के तौर पर पेश करता है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 19 छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में घिरे चैतन्यानंद सरस्वती अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को एक मैनेजमेंट और आध्यात्मिक गुरु के तौर पर पेश करता है।
वसंतकुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के निदेशक रहते हुए लंबे समय से छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने अब चैतन्यानंद के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है।।
चैतन्यानंद ने अपने एकेडमिक एंड रिसर्च शेयरिंग प्लेटफाॅर्म्स में दावा किया है कि उसने शिकागो यूनिवर्सिटी में बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है। यह भी दावा किया है कि पोस्ट-डॉक्टोरल शोध पूरे किए हैं और उसके पास सात मानद डीलिट की उपाधियां हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इन प्रोफाइल्स में वह खुद को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखक बताता है, जिसके नाम पर 28 किताबें और 143 शोधपत्र हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इनमें से ज्यादातर दावे फर्जी हो सकते हैं और इनकी गहन जांच की जा रही है।
उसका यह भी दावा है कि एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने उसकी किताब फारगेट क्लासरूम लर्निंग को मैनेजमेंट की बेहतरीन किताब बताया है।Ravindra Jadeja, Ajit Agarkar, India squad for West Indies series, Shubman Gill, Yashasvi Jaiswal, KL Rahul, Sai Sudharsan, Devdutt Padikkal, Dhruv Jurel, Ravindra Jadeja VC, Mohammed Siraj, Jasprit Bumrah, Washington Sundar, Kuldeep Yadav, Nitish Kumar Reddy, Prasidh Krishna, Axar Patel, N Jagadeesan, India vs West Indies Test, India vs West Indies, रवींद्र जडेजा, भारत बनाम वेस्टइंडीज
इसी तरह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को लेकर कहा है कि उन्होंने उसकी किताब ट्रांसफाॅर्मिंग पर्सनालिटी का अपने भाषणों में कई बार उल्लेख किया है।
इनता ही यह भी दावा किया गया है कि यह किताब यूरोप और उत्तरी अमेरिका में बेस्टसेलर रही। किताब में संयुक्त राष्ट्र की पूर्व महासचिव बान की-मून का भी प्रशंसा संदेश छापा गया है।
लेखक के तौर अपनी जानकारी देते हुए में चैतन्यानंद खुद को प्रख्यात प्रोफेसर, लेखक, वक्ता, शिक्षाविद, आध्यात्मिक दार्शनिक और प्रबंधन अकादमिक जगत का प्रमुख व्यक्तित्व होने का दावा करता है।
लेकिन दिल्ली पुलिस के मुताबिक उसके शैक्षणिक प्रोफाइल की ज्यादातर जानकारिया फर्जी हो सकती हैं। जांच में सामने आया है कि चैतन्यानंद पिछले करीब दो दशक से महिलाओं को परेशान कर रहा था। 2009 और 2016 में भी उस पर छेड़छाड़ के मामले दर्ज हो चुके हैं।
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