deltin33 • 2025-10-12 15:06:03 • views 477
दिल्ली पुलिस ने मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को परिवार से मिलवाया।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली पुलिस को दिल की पुलिस यूं ही नहीं कहा जाता है। मानसिक रूप से कमजोर महिला को उसके परिवार से मिलवाने के लिए दिल्ली पुलिस ने दिन-रात एक कर दिया। कहते हैं न शिद्दत से किसी को ढूंढो तो वह मिल जाता है। 37 दिन की कोशिश के बाद पुलिस ने महिला के परिवार को मध्यप्रदेश के बाबा बागेश्वर धाम के पास से ढूंढ निकाला। पुलिस ने महिला को स्वजन को सौंप दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शाहदरा जिला पुलिस को सात सितंबर को एक बेसहारा गर्भवती महिला सड़क पर मिली थी। उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उसे मानव व्यवहार एवं सम्बद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) में भर्ती करवाया। कुछ दिनों के बाद महिला ने इहबास के शौचालय में बच्चे को जन्म दिया। गंभीर हालत में बच्चे व मां को पास के स्वामी दयानंद अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां डाक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने पुलिस को बताया कि मानसिक रूप से कमजोर महिला को ठीक तरह से अपने घर का पता नहीं मालूम था। काफी प्रयास के बाद उसने बताया कि वह टीकमगढ़ क्षेत्र से है। इसके बाद सीमापुरी थाने के एसआइ अनुपम और हेड कांस्टेबल अंकुश की टीम बनाई और मध्यप्रदेश के लिए रवाना किया।
पुलिस को महिला ने बस टीकमगढ़ बताया था। वहां स्थानीय लोगों व पुलिस से महिला का पता किया कुछ पता नहीं चला। पुलिसकर्मियों ने आसपास के जिलो में भी पता किया। इस बीच पता चला महिला भीख मांगने का काम करती थी। उसे बागेश्वर धाम के पास देखा था। परिवार नहीं मिला।
इसके बाद पुलिस ने वहां पर महिला के बड़े पोस्टर चस्पा किए और तलाश करते रहे। पोस्टर के जरिये पुलिस उसके परिवार तक पहुंची। परिवार ने बताया कि महिला अपने पति के साथ ट्रेन में कूड़ा बिन रही थी। अचानक ट्रेन चल दी और वह दिल्ली आ गई। पुलिस उपायुक्त ने महिला को उसके परिवार से मिलवाने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया है। |
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