गांव के पास रखा गया रेस्क्यू वैन। जागरण
जागरण संवाददाता, नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण)। West Champaran News: वीटीआर के मंगुराहा वन क्षेत्र से भटका एक नर बाघ गौनाहा प्रखंड के सिसई सरेह इलाके में दहशत फैलाए हुए है। शनिवार की सुबह बाघ के सिसई सरेह के गन्ने के खेतों में छिपे होने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ पहुंचकर गन्ने की घेराबंदी कर दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बाघ को सुरक्षित पकड़ने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि डीएफओ और वन विभाग के डॉक्टरों की टीम भी वहां पहुंची हुई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि यह वही बाघ है जिसने बीते एक माह में मंगुराहा व गोवर्धना वन क्षेत्र के आसपास तीन लोगों का शिकार किया था।
तब से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। कई दिनों से उसकी चहल कदमी से लोग अधिक चिंतित थे। गौनाहा प्रखंड के सिंघलवा टोला, सिंहासनी टोला, मनी टोला, राजपुर, भवानीपुर, परसा और सिसई टोला सहित कई गांवों के इर्द-गिर्द बाघ के पगमार्क देखे गए हैं।
मनी टोला निवासी उपमुखिया छोटू साह, जितेंद्र प्रसाद, निर्मल शर्मा, संजय नंदी, शंभू सरकार और रंजीत नंदी ने बताया कि बाघ के पगमार्क पंडई नदी के किनारे से होते हुए मनी टोला तक स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। वनकर्मियों ने पगमार्क देख पुष्टि की है कि यह एक बड़ा नर बाघ है।
रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि बाघ के सिसई हाई स्कूल के पूरब-उत्तर दिशा में मौजी यादव, राजेश्वर यादव, उमेश यादव और शंभू यादव के गन्ने के खेतों के आसपास छिपे होने की आशंका है।
वन विभाग अस्थायी कैंप स्थापित कर दिया है। ड्रोन कैमरे की मदद से बाघ का लोकेशन खोजा जा रहा है। रेस्क्यू वैन लगाया गया है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने माइकिंग कर लोगों को पंडई नदी और गांव के पूर्वी क्षेत्र में जाने पर रोक लगा दी है। साथ ही, बाघ के सटीक ठिकाना पता करने के लिए हाथी मंगाया जा रहा है। |