पुलिस की गिरफ्त में हनीट्रैप की मुख्य आरोपित लवी सिंह। जागरण
जागरण संवाददाता, बस्ती। प्रभावशाली और अमीर लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने के एक बड़े मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, यह महिला हाई-प्रोफाइल लोगों को दोस्ती या प्रेम जाल में फंसाती थी, जिसके बाद अपने साथियों के साथ मिलकर उनकी आपत्तिजनक वीडियो या तस्वीरें बनाकर लाखों रुपये की वसूली करती थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हनी ट्रैप के अंतरजनपदीय रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सीओ सिटी सत्येन्द्र भूषण तिवारी ने शुक्रवार को बताया कि गिरफ्तार महिला की पहचान लवी सिंह लवी सिंह उर्फ लवली सिंह उर्फ सुषमा सिंह पुत्री फूल चंद्र सिंह निवासी ग्राम कटाई, थाना कोतवाली खलीलाबाद, संतकबीरनगर के रूप में हुई है।
इसके अपराध करने का तरीका बेहद शातिर है। इस गैंग के लोग इंटरनेट मीडिया या सार्वजनिक कार्यक्रमों के जरिए व्यवसायी वर्ग, राजनेताओं, या सरकारी अधिकारियों से संपर्क साधती थी। विश्वास जीतने के बाद, उन्हें एकांत में बुलाकर अपने साथियों की मदद से गुपचुप तरीके से रिकार्डिंग करवा लेती हैं।
शिकायतकर्ता बीना त्रिपाठी पत्नी आशीष त्रिपाठी निवासी मरवटिया तिवारी, कप्तानगंज ने पुलिस को बताया कि महिला ने उनके पति से दोस्ती गांठने के बाद एक निजी मुलाकात के दौरान आपत्तिजनक स्थिति बनाई और फिर उस फुटेज के दम पर उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
शिकायतकर्ता की रिपोर्ट के आधार पर की गई शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपित लवी सिंह ने उन्हें यह फुटेज लीक करने की धमकी देकर अब तक 10 लाख रुपये की मोटी रकम ऐंठ ली। इसके बाद भी डिमांड जारी रहा। 50 लाख रुपये और मांग रही थी।
ब्लैकमेलिंग से तंग आकर अंततः पीड़िता ने पुलिस का सहारा लिया। सीओ ने बताया कि कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि एक संगठित गिरोह प्रभावशाली लोगों को निशाना बना रहा है। साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने जाल बिछाकर मुख्य आरोपित उसके ठिकाने मुंडेरवा कस्बे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
महिला के पास से ब्लैकमेलिंग से संबंधित कुछ डिजिटल साक्ष्य भी बरामद हुए हैं। उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं। यह महिला एक बड़े गिरोह का हिस्सा है, जिसमें वीडियो बनाने और ब्लैकमेलिंग में मदद करने वाले अन्य सदस्य भी शामिल हैं।
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सीओ ने कहा कि गिरफ्तार महिला से पूछताछ व मिले शिकायत के आधार पर इस हनी ट्रैप गिरोह के अन्य सदस्यों सन्नो सिंह, फूलचंद व अन्य की तलाश जा रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं।
हनी ट्रैप के तीसरे शिकार ने खोला पोल
हनी ट्रैप के जरिए की ब्लैकमेलिंग व धमकी देकर वसूली के शिकार जनपद में तीन लोग सामने आ चुके हैं। आशीष त्रिपाठी के पहले हनी ट्रैप के शिकार गोविंद यादव व अतुल सिंह हो चुके हैं। आशीष की पत्नी बीना के अनुसार लवी की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर अतुल की पत्नी ज्याेति सिंह ने आत्महत्या कर लिया था। |
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