cy520520 • 2025-10-11 21:37:56 • views 636
तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, मऊ। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में मेरठ व दिल्ली से डीजे मंगाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। इसे गंभीरता से लेते हुए दो थानों में डीजे संचालकों सहित आठ के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। इससे डीजे संचालकों में खलबली मच गई है। इनकी धर पकड़ के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चिरैयाकोट में आठ अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकाला गया। इस दौरान डीजे संचालकों ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवेहना करते हुए मानक से अधिक ध्वनि पर डीजे बजाया गया। यही नहीं डीजे की ध्वनि इतनी अधिक थी कि हजारों की भीड़ विसर्जन स्थल पर जुट गई।
आरोप है कि हर कोई नशे में धुत था। डीजे के धुन को लेकर गाजीपुर जनपद की सीमा सहित आस-पास के लोग कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए सड़क पर उतर आए। मामला गंभीर होते देख कप्तान को भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचना पड़ा। काफी मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रित हुई थी।
इसे गंभीरता से लेते हुए कप्तान इलामारन ने संबंधित के केस दर्ज करने का निर्देश दिया था। इस मामले में चिरैयाकोट बाजार में विसर्जन जुलूस ड्यूटी में तैनात उपनिरीक्षक वीरेंद्र प्रताप दूबे की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें चिरैयाकोट थाने में शहर कोतवाली क्षेत्र निवासी ककरिया के प्रेम डीजे व संचालक अनिल कुमार, मेरठ जनपद के किठौर के शगुन डीजे व दिल्ली प्रांत के नंदनगरी मंडोली के परी डीजे व संचालक को नामजद किया गया है।
इसी प्रकार 02 अक्टूबर की रात शहर क्षेत्र में दक्षिणटोला महरनिया निवासी संतोष कुमार गुप्ता डीजे संचालक, बाला डीजे, हैदर डीजे संचालक, दक्षिणटोला के छेदापुरा निवासी प्रेम डीजे, डीजे संचालक हैदर व अज्ञात डीजे संचालक रात में विसर्जन जुलूस के दौरान आपस में कंपटीशन करने लगे।
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डीजे की आवाज से घरों में कंपन होने लगा। साथ ही मरीजों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इनके आवाज कम नहीं करने और कंपन की वजह से लोगों को अपने घरों से बाहर निकलकर दूसरे स्थान पर जाना पड़ा। साथ मरीजों को भी दूसरे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। सड़क के अगल-बगल के घरों में कंपन होने के बाद लोगों ने पुलिस से डीजे के आवाज को लेकर विरोध करने लगे।
इस पर पुलिस ने डीजे संचालकाें से डीजे की आवाज को मानक के अनुसार करने को कहा गया। इससे नाराज होकर संचालकों ने डीजे बंद कर प्रतिमा विसर्जन में अवरोध पैदा करने की बात कहीं गई। विवश होकर पुलिसकर्मियों ने प्रतिमा विसर्जन जुलूस को किसी तरह संपन्न कराया।
डीजे की ध्वनि इतनी अधिक थी कि आस-पास के लोग विरोध पर उतर आए। मामला गंभीर देख पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया और समझा-बुझाकर डीजे को आगे रवाना किया। इस मामले में कोतवाली पुलिस के उपनिरीक्षक संजय कुमार तिवारी की तहरीर पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया।
डीजे संचालकों ने अत्यधिक आवाज में डीजे बजाकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की थी। पुलिस की तत्परता से माहौल बिगड़ते-बिगड़ते बचा था। किसी भी कीमत पर ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित के विरुद्ध् सख्त कार्यवाही की जाएगी। -
-इलामारन, एसपी मऊ। |
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