जतिंदर कुमार, फरीदकोट। पंजाब सरकार द्वारा नवंबर माह में विश्व स्तर पर मनाए जा रहे नौंवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर सिंह जी के 350 वर्षीय शहीदी शताब्दी समारोह कें संबंध में पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस द्वारा फरीदकोट में एक विशेष प्रैस वार्ता करके कार्यक्रमों की रूपरेखा की जानकारी दी। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ व चरणप्रीत सौंध, दीपक बाली सलाहकार मिनस्ट्री आफ टूरिज्म एंड कल्चर, विधायक गुरदित सिंह सेखों व अमोलक सिंह भी मौजूद रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस दौरान कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा नौंवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर सिंह जी के 350 वर्षीय शहीदी शताब्दी समारोह नवंबर माह में विश्व स्तर पर मनाया जा रहा है। ताकि यह शताब्दी एक यादगार हो तथा गुरु साहिब की कुर्बानी और बलिदान कुल जहान तक पहुंच सके। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिनमें से एक कार्यक्रम दिल्ली में से आरंभ होगा। जिसकी तिथि पहले 25 अक्टूबर निश्चित की गई थी परंतु एसजीपीसी का नगर कीर्तन उसी दिन वहां पहुंच रहा है इसलिए इसकी तिथि बदली जा रही है। जिसे जल्द ही जारी किया जाएगा।
इस अवसर पर दिल्ली के गुरुद्वारा सीशगंज साहिब में अरदास करके शाम को रकाबगंज साहिब में कीर्तन दरबार होंगे। जबकि 1 नवंबर से 18 नवंबर तक पंजाब के सभी 23 जिलों में लाइट एंड साउंड शो होगा। जिनमें गुरु साहिब के जीवन और उनकी कुर्बानी के बारे में बताया जाएगा।
यहां-यहां से रवाना होंगे नगर कीर्तन
18 नवंबर को श्रीनगर स्थित छठी पातशाही के गुरुद्वारा साहिब में कीर्तन दरबार होगा व 19 नवबंर से कीर्तन दरबार आरंभ होगा। जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप कनवीनर अरविंद केजरीवाल, श्रीनगर के मुख्यमंत्री व अन्य शामिल होंगे। यह नगर कीर्तन वाया जम्मू, पटानकोट, होशियारपुर से होते हुए 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा। दूसरा नगर कीर्तन गुरदासपुर से आरंभ होगा जो बटाला, बाबा बकाला, श्री अमृ़तसर साहिब, तरनतारन, जालंधर, फगवाड़ा, नवांशहर, बलाचौर आदि होते हुए श्री आनंद पुर साहिब पहुंचेगा।
तीसरा नगर कीर्तन तख्त श्री दमदमा साहिब से आरंभ होगा। जो बठिंडा, संगरूर, पटियाला व मोहाली होते हुए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा। जबकि चौथा नगर कीर्तन 20 नवंबर को फरीदकोट के टिल्ला बाबा फरीद से आरंभ होगा जो फिरोजपुर व मोगा होते हुए लुधियाना पहुंचेगा और वहां गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब में रात्रि विश्राम करेगा। इसके पश्चात 21 नवंबर को सुबह खन्ना, फतेहगढ़ साहिब, मोरिंडा, चमकौर साहिब होते हुए श्री आनंदरपुर साहिब पहुंचेंगा। उन्होंने बताया कि सभी नगर कीर्तन 22 नवंबर को सायं श्री आनंदरपुर साहिब पहुंचेगे।
श्री आनंदपुर साहिब में होगा विश्व स्तरीय समारोह
मंत्री बैंस ने बताया कि 23, 24 व 25 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में विश्व स्तरीय समारोह होगा। जिनमें 23 को श्री अखंड पाठ साहिब के आरंभ के पश्चात सर्व धर्म सम्मेलन होगा। क्योंकि श्री गुरु तेग बहादुर का बलिदान मानवता की सबसे बड़ी मिसाल है तथा सभी धर्मों के लिए है। जबकि विरासत-ए-खालसा में गुरु साहिब के जीवन व उनके बलिदान के बारे में आलौकिक प्रदर्शनी आयोजित होगी। पहली बार पंजाब में श्री आनंदरपुर साहिब में 23, 24 व 25 को ड्रोन शो तथा शाम को कीर्तन दरबार होंगे।
24 नवंबर को शीश भेंट यात्रा श्री कीरतपुर साहिब से श्री आनंदुपर साहिब तक आयोजित होगी। कीरतपुर साहिब में ही भाई जैता जी गुरु साहिब का शीश लेकर आए थे और वहीं श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने उन्हें कहा था रंघरेटे गुरु के बेटे।
इसके अतिरिक्त 24 को पंजाब के इतिहास में पहली बार विधानसभा का एक विशेष सत्र श्री आनंदुपर साहिब स्थित भाई जैतो जी के मैमोरियल भवन में होगा। 25 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब के भोग। उपरांत सिख पंथ के के रागी नौंवे पातशाह की बाणी का कीर्तन करेंगे। उसके पश्चात सरबत दा भला एकत्रिता होगा। जिसमें मुख्यमंत्री साहिब अन्य देश विदेश से गणमान्य शामल होंगे। इसी दौरान मुख्यमंत्री सभी को अंगदान की शपथ भी दिलाएंगे।
श्री आनंदपुर साहिब में बनाई जाएगी टेंट सिटी
इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए श्री आनंदर पुर साहब में टेंट सिटी बनाई जा रही हैं। जिनमें सबसे बड़ी टेंट सिटी का नाम चक्क नानकी रखा गया है जिसमें प्रतिदिन 10 हजार यात्री रुक सकेंगे। इसके अतिरिक्त बनाई गई टेंट सिटी के नाम भाई सती दास व भाई मति दास के नाम पर रखे जाएंगे।
प्रबंधों के लिए जा रहे जिलों में
मंत्री बैंस ने बताया कि वे इसलिए सभी जिलों में जा रहे हैं कि जहां-जहां से नगर कीर्तन गुजरेगा वहां रास्ते साफ हो तथा लाईट एंड साउंड शो के प्रबंध पूरे हों। इस संबंध में जिला प्रशासन तैयारियों के लिए निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि इस दौरान कोई भी मंत्री, विधायक, डीसी या एसएसपी बन कर ड्यूटी नहीं बल्कि सेवादार बनके सेवा करेंगे।
उन्होंने लोगों से अपील की कि जहां वे अपने जिलों में नगर कीर्तन तथा लाइट एंड साउंड शो में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों वहां बड़ी संख्या में श्री आनंदपुर साहिब भी पहुंचे। क्योंकि यही वह शहर है जिसे गुरु साहिब ने जमीन खरीद कर बसाया और यहीं से जब कशमीरी पंडितों ने मदद मांगी तो यहीं से दिल्ली के लिए रवाना हुए। यहीं गुरु साहिब का शीश आया और सिर्फ शीश का संस्कार हुआ। |
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