जागरण संवादाता, बागपत। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीसीएस) की प्रारंभिक परीक्षा 12 अक्टूबर को होगी, जिसको सकुशल संपन्न कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। सुरक्षा की दृष्टि से जनपद को पांच जोन व 13 सेक्टर में विभाजित किया गया है। जोनल व सेक्टर अधिकारी के साथ आर्म्स गार्ड तैनात रहेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की चेकिंग और सुरक्षा व्यवस्था के लिए अलग-अलग पुलिस बल तैनात रहेगा। प्रत्येक केंद्र पर एक इंस्पेक्टर, दो दारोगा व 10 हेड कांस्टेबल/कांस्टेबल तैनात किए गए हैं।
थाना प्रभारी के अलावा छह सीओ की ड्यूटी लगाई गई है। प्रत्येक सीओ दो से तीन केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। डीएम अस्मिता लाल और एसपी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहेंगे।
वहीं, 60 नकल माफिया पुलिस के रडार पर हैं, जिनमें छह महिला शामिल हैं। उनकी हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है तथा पांच-पांच लाख रुपये से मुचलका पाबंद किया गया है। कई संदिग्ध मोबाइलों की सर्विलांस सेल जांच कर रही है। इंटरनेट मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है।
कई राज्यों में फैला है साल्वर गिरोह का मकड़जाल
जिले के साल्वर गिरोह का मकड़जाल कई राज्यों में फैला है। आठ अगस्त को होनी वाली एसएससी की परीक्षा में साल्वर गिरोह का सरगना परविंदर कुमार निवासी ग्राम लुहारी अपने सदस्यों के साथ मिलकर अभ्यर्थियों को आनलाइन नकल कराना चाहता था। इसकी भनक लगने पर उत्तराखंड की नैनीताल पुलिस ने रामपुर रोड स्थित एक होटल में छापामारी कर गिरोह को बेनकाब किया था।
सरगना परविंदर व उसके आठ साथी गिरफ्तार किए गए थे। इनमें सुनील निवासी ग्राम बामनौली भी शामिल रहा था। इससे पहले रेलवे, आर्मी, यूपी पुलिस में सिपाही व दारोगा, लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी, उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा आदि प्रतियोगी परीक्षाओं में साल्वर गिरोह के बदमाशों को यूपी के विभिन्न जनपदों के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड आदि प्रांतों में पकड़ा जा चुका है। जनपद के अधिकांश साल्वर जमानत पर जेल से छूटे हुए है।
प्रमुख घटनाएं
बड़ौत से पकड़े गए थे पुलिस कंप्यूटर आपरेटर भर्ती में सेंधमारी करने वाले
मेरठ एसटीएफ ने सात फरवरी 2024 को बड़ौत में छापामारी कर यूपी पुलिस कंप्यूटर आपरेटर भर्ती की परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। दावा किया था कि गिरोह के सदस्यों ने रिमोट एक्सेस साफ्टवेयर के जरिए प्रश्न पत्र हल किया है। आरोपितों के पास से तीन लैपटाप, डेस्क टाप कंप्यूटर, आठ मोबाइल, स्क्रीन शाट और अभ्यर्थियों के आठ एडमिट कार्ड बरामद हुए थे। 18 आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। गिरोह में बिहार तक के साल्वर शामिल रहे थे।
परीक्षा से पहले आउट हुआ था यूपी-टेट का पेपर
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 28 नवंबर 2021 को होनी थी। परीक्षा से पहले पेपर आउट हो गया था। एसटीएफ ने 29 नवंबर 2021 को बड़ौत से जूतों की दुकान करने वाले आरोपित राहुल चौधरी निवासी ग्राम छछरपुर को गिरफ्तार किया था। उसके पास से पेपर सेट, अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड व अन्य प्रतिबंधित सामग्री बरामद हुई थी। उसके दो साथी फिरोज निवासी ग्राम किरठल (बागपत) व बलराम उर्फ बबलू निवासी ग्राम शाहडब्बर (मुजफ्फरनगर) भाग गए थे। इनाम घोषित होने पर बाद में आरोपित पकड़े गए थे।
अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देते मिले थे साल्वर
उत्तर प्रदेश पात्रता परीक्षा में करीब छह साल पहले अभ्यर्थियों के स्थान पर साल्वर परीक्षा दे रहे थे। एसटीएफ ने बड़ौत व खेकड़ा में स्थित परीक्षा केंद्रों पर छापामारी कर तीन साल्वर को गिरफ्तार करके गिरोह का राजफाश किया था।
परीक्षा शांतिपूर्ण व नकलविहीन कराई जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर जनपद को पांच जोन व 13 सेक्टर में विभाजित किया गया है। 60 नकल माफिया को पांच-पांच लाख रुपये से मुचलका पाबंद कराया गया है।
-सूरज कुमार राय, एसपी |