भारत-ऑस्ट्रेलिया: इंडो-पैसिफिक के सह-निर्माता। इमेज सोर्स- @rajnathsingh
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने आधिकारिक आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत और आस्ट्रेलिया के बीच घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों पर कहा कि दोनों देश \“\“एक महत्वपूर्ण मोड़\“\“ पर खड़े हैं, जहां वे अपने रक्षा संबंधों को \“\“सिर्फ साझेदारों के रूप में नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के सह-निर्माताओं के रूप में पुन: स्थापित कर सकते हैं।\“\“ विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यह बात सिडनी में आस्ट्रेलिया के सहायक रक्षा मंत्री पीटर खलील के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान कही, जब वे भारत-आस्ट्रेलिया रक्षा उद्योग व्यापार राउंड टेबल की सह-अध्यक्षता कर रहे थे। भारत-आस्ट्रेलिया संबंधों की सराहना करते हुए सिंह ने कहा, \“\“हम 2020 में स्थापित हमारे व्यापक रणनीतिक साझेदारी के बैनर तले एकत्रित हुए हैं, हम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं, जहां हम अपने रक्षा संबंधों को सिर्फ साझेदारों के रूप में नहीं, बल्कि सुरक्षित व समृद्ध इंडो-पैसिफिक के सह-निर्माताओं के रूप में पुन: स्थापित कर सकते हैं।\“\“
उन्होंने कहा, \“\“भारत का रक्षा उत्पादन पिछले वित्तीय वर्ष में 1.51 लाख करोड़ रुपये (8 अरब डालर) तक पहुंच गया। पिछले वर्ष उत्पादन से 18त्न की वृद्धि है। रक्षा निर्यात पिछले वर्ष 23,622 करोड़ रुपये या 2.76 अरब अमेरिकी डालर तक पहुंच गए हैं। और भारतीय कंपनियां अब लगभग 100 देशों को निर्यात कर रही हैं।\“\“
भारतीय प्रवासियों का योगदान टाप शेल्फ : खलील
आस्ट्रेलिया के सहायक रक्षा मंत्री पीटर खलील ने कहा, \“\“यात्रा अद्भुत रही है। रक्षा मंत्री ¨सह का आस्ट्रेलिया में स्वागत करना बड़ा सम्मान है।\“\“ खलील ने द्विपक्षीय वार्ता के दौरान आस्ट्रेलिया में भारतीय प्रवासियों के योगदान को \“\“टाप शेल्फ\“\“ बताते हुए कहा, \“विभिन्न उद्योगों व क्षेत्रों में उनका योगदान ही आस्ट्रेलिया की सफलता का कारण है।\“ खलील ने कहा कि आस्ट्रेलिया और भारत के बीच साझेदारी आपसी विश्वास, साझा हितों और खुले, स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए एक सामान्य दृष्टि पर आधारित है।
आस्ट्रेलियाई नौसैनिक सुविधा कुट्टाबुल का दौरा
राजनाथ ने सिडनी में ऐतिहासिक और रणनीतिक नौसैनिक सुविधा एचएमएएस कुट्टाबुल का दौरा किया। ¨सह ने कहा कि उन्हें एडमिरल हडसन के बोर्ड पर सिडनी हार्बर की सुविधाओं से परिचित कराया गया। दोनों देशों को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत-आस्ट्रेलिया नौसैनिक सहयोग और समन्वित समुद्री डोमेन जागरूकता को गहरा करने से लाभ होगा।\“\“ वह सिडनी स्थित स्वामी नारायण मंदिर गए व आरती की और बच्चों से भक्ति संगीत सुने। वह वहां बसे भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिले।
(न्यूज एजेंसी ANI के इनपुट के साथ) |