छलनी की आड़ से चांद का दीदार करके महिलाओं ने तोड़ा व्रत।
संवाद सूत्र, सुलतानपुर। अखंड सौभाग्य व परिवार की सुख-शांति, समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाओं ने शुक्रवार को दिनभर निर्जला व्रत रखा। देररात छलनी की आड़ से चंद्रोदय का दर्शन कर परंपरा पूरी की। करवा चौथे पर घर-घर पूजन-अनुष्ठान एवं परंपरा निभाई गई। व्रती महिलाओं को पतियों ने प्रसाद खिलाने के बाद पानी पिलाकर व्रत का पारण कराया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
करवा चौथ पर सुबह से ही घर-घर में उल्लास नजर आया। दिनभर महिलाओं ने पूजन सामग्री, करवे, साड़ियां खरीदी और हाथों में मेहंदी रचाई। पति-पत्नी का एक-दूसरे के प्रति स्नेह, समर्पण व आस्था का पर्व करवाचौथ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
देर रात चांद दिखते ही सुहागिनों ने चंद्रमा को अर्घ्य देकर पतियों के लंबे जीवन और सुख-समृद्धि की कामना की। इससे पूर्व महिलाओं ने घरों व मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की।
नमकमंडी की अंजू गुप्ता, महुअरिया की अनुराधा सोनी, पंजाबी कालोनी की पूनम गुप्ता, शास्त्रीनगर की साक्षी गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि सोलह श्रृंगार कर व पारंपरिक परिधान में सज-धज कर महिलाओं ने रात में घरों की छतों पर छलनी से चंद्रमा के दर्शन किए व अर्घ्य देकर आशीर्वाद लिया।
पति के हाथों अन्न ग्रहण कर सुहागिन महिलाओं ने व्रत का पारण कराया। घरों में विविध पकवान बनाए गए। वहीं पुरुषों ने भी पत्नियों को परंपरा के अनुसार उपहार भेंट किए।
उधर, जिला कारागार में विभिन्न आपराधिक मामलों में निरुद्ध 46 बंदी महिलाओं में से तीन महिला बंदियों ने करवा चौथ का व्रत रखकर पूजा अर्चना की। जेल अधीक्षक प्रांजिल अरविन्द ने बताया कि व्रती महिलाओं को पूजन सामग्री के साथ फलाहार की व्यवस्था कराई गई थी। |