लखनऊ में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मुख्यालय
जागरण संवाददाता, लखनऊ : केस एक - न्यू कैंपस बिजली उपकेंद्र से संबंधित बिठौली, सीतापुर रोड सहित आसपास क्षेत्र में ट्रांसफार्मर मरम्मत कार्य के कारण दस अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक बिजली नहीं रहेगी। पुरनिया व गोयल बिजली उपकेंद्र से संबंधित क्षेत्र में पेड़ों की छंटाई व मरम्मत कार्य के कारण दस अक्टूबर को सेक्टर सी, डी, एच, के, ए, जी, ई, एल, आई, एम, क्यू, पी, दुर्गा काम्प्लेक्स, अलीगंज के आसपास बिजली संकट सुबह दस बजे शाम पांच बजे तक रहेगा।
केस दो- सर्वोदय नगर, इंजीनियरिंग कालेज बिजली उपकेंद्र से संबंधित क्षेत्र में भी बिजली संकट शुक्रवार को रहेगा। गोमती नगर के विश्वास खंड के विवेक खंड दो, तीन ग्वारी बिजली उपकेंद्र से संबंधित विकास खंड पांच व ग्वारी गांव में भी मरम्मत व पेड़ों की छंटाई के नाम पर शटडाउन रहेगा। वृंदावन योजना के सेक्टर 12 बिजली उपकेंद्र से संबंधित बरौली, सेक्टर एक का क्षेत्र सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक प्रभावित रहेगा।
यह दाे मामले हैं, कई जगह तो बिना बताए अभियंता मरम्मत के नाम पर शटडाउन ले रहे हैं। एक तरफ ऊर्जा मंत्री व प्रबंधन से जुड़े अधिकारी कह रहे हैं कि उपभाेक्ताओं को त्योहारों में भरपूर बिजली दो और दूसरी तरफ सितंबर व अक्टूबर 2025 माह को मरम्मत माह के रूप में मना रहे हैं। दोहरी नीति का खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
साल के शुरू माह फरवरी में मरम्मत कार्य माह मनाया गया। बिजली विभाग अप्रैल तक मरम्मत के नाम पर शटडाउन लेता रहा। इसके अलावा रिवैम्प डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के अंतर्गत केबल बदलने का काम जो जनवरी 2025 में खत्म हो जाना चाहिए था, उसे भी प्रबंधन ग्रेस पीरियड देकर अभी तक करवा रहा है। इसके कारण दर्जनों मोहल्ले की बिजली काटी जा रही है। वहीं एरियर बंच केबल बदलने के नाम पर शटडाउन घंटों के लिए लिया जा रहा है। इन दो कामों के अलावा अक्टूबर माह में शटडाउन लेने का सिलसिला शुरू हो गया है।
एक तरफ दावा किया जा रहा है कि उपभोक्ता को त्योहार में भरपूर बिजली मिलेगी और शटडाउन या फिर कटौती नहीं होगी और दूसरी तरफ अभियंता कह रहे हैं कि सितंबर व अक्टूबर माह मरम्मत के होते हैं। ऐसे में अगर मरम्मत नहीं होगी तो बेहतर बिजली कैसे मिलेगी? वहीं सवाल खड़ा होता है कि अभियंताओं का पता था कि अक्टूबर माह में दशहरा, करवा, धनतेरस, छोटी दीपावली, बड़ी दीपावली, भाई दूज, छठ जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पड़ रहे हैं तो सितंबर माह में ही मरम्मत से जुड़े काम पूरे किए जा सकते थे, लेकिन सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अभियंता आराम से काम निपटाते रहे। अब न तो इन अभियंताओं पर ऊर्जा मंत्री की बात का असर पड़ रहा है और न ही प्रबंधन की। ऐसे में त्योहारों में बिजली संकट का सामना आम उपभोक्ताओं को उठाना पड़ रहा है। |