cy520520 • 2025-10-10 04:06:43 • views 121
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जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। टेलीकॉम सेक्टर की स्वीडन की वैश्विक कंपनी एरिक्सन ने गुरुवार को मोबाइल कांग्रेस में बताया कि प्रति स्मार्टफोन डाटा खपत करने के मामले में भारत ने अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ दिया है। भारत में प्रति स्मार्टफोन प्रतिमाह 32 जीबी डाटा की खपत होती है जो दुनिया में सबसे अधिक है। इस खपत में 36 प्रतिशत हिस्सेदारी 5जी की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कंपनी की तरफ से बताया गया कि भारत में उपभोक्ता और कारोबारियों को 5जी सेवा का अधिकाधिक लाभ पहुंचाने के लिए वे भारत में कई डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं। एरिक्सन एंटिना का उत्पादन भारत में करने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी की जा रही है।
मीडियाटेक ने लॉन्च की चिप
मोबाइल कांग्रेस में मोबाइल चिप बनाने वाली मीडियाटेक इंडिया के प्रबंध निदेशक अंकु जैन ने बताया कि डिजिटल भारत के लगातार विस्तार को देखते हुए कंपनी भारत में 5जी 6जी सेवा की संभावनाओं को देखते हुए अनुसंधान व विकास पर फोकस कर रही है। जैन ने बताया कि टेलीकॉम सेक्टर की कई मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियां चिप के लिए उनके साथ लगातार संपर्क में है। मीडियाटेक ने गुरुवार को चिप भी लॉन्च की।
भारत में निर्माण के लिए कई कंपनियां दिखा रही रुचि
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के सीईओ रामकृष्णा पी ने बताया कि मोबाइल कांग्रेस में सैकड़ों घरेलू व वैश्विक कंपनियों की सहभागिता से जाहिर है कि भारत टेलीकॉम सेक्टर निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 5जी, 6जी, साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे सेक्टर की कंपनियां भारत में निर्माण के लिए काफी रूचि दिखा रही है।
10 साल में जीडीपी में टेलीकॉम सेक्टर का योगदान 20 प्रतिशत तक: सिंधिया
टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि अगले 10 सालों में देश के जीडीपी में टेलीकॉम सेक्टर का योगदान 20 प्रतिशत हो जाएगा। अभी भारतीय अर्थव्यवस्था में टेलीकाम सेक्टर का योगदान 12-14 प्रतिशत है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस में गुरुवार को सिंधिया ने कहा कि दुनिया के 20 प्रतिशत मोबाइल फोनधारक भारत में हैं और भारत में 97 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। भारत में मोबाइल फोन धारकों की संख्या 1.2 अरब है। पिछले 10 सालों में ब्रॉडबैंड कनेक्शन की संख्या छह करोड़ से बढ़कर 94 करोड़ हो गई है। इससे देश के कारोबार के विस्तार में भी मदद मिल रही है। हाल ही में भारत ने पूरी तरह स्वदेशी 4जी सेवा को लांच किया है और इसके साथ ही भारत उन पांच देशों के क्लब में शामिल हो गया है जिनके पास पूरी तरह से स्वदेशी 4जी सेवा है। सार्वजनिक कंपनी बीएसएनएल के स्वदेशी एक लाख टावर लांच किए गए हैं।
टेलीकॉम मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में हम टावरों की संख्या और बढ़ाने जा रहा है। जब स्वदेशी 4जी का पूरी तरह से विस्तार हो जाएगा तो फिर हम 5जी पर शिफ्ट हो जाएंगे। इन सब कारणों से ही जीडीपी में टेलीकॉम सेक्टर की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है।
सिंधिया ने यह भी कहा कि टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन इंडिया में सरकारी हिस्सेदारी बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है। वोडाफोन इंडिया में सरकार की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत है।
सेटेलाइट संचार से जुड़े सुरक्षा मसले को हल करने में जुटी सरकार
मोबाइल कांग्रेस में टेलीकाम सचिव नीरज मित्तल ने बताया कि विभाग सेटेलाइट संचार (सेटकॉम) सेवा से जुड़े सुरक्षा मसलों को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के साथ मिलकर हल करने में जुटी है। सरकार सेटकॉम की कीमत और इससे जुड़े स्पेक्ट्रम आवंटन की प्रक्रिया को भी अंतिम रूप देने के लिए विचार-विमर्श कर रही है। टेलीकॉम मंत्री पहले ही यह कह चुके है कि सेटकाम सेवा का भारत सिर्फ फायदा नहीं उठाना चाहता है बल्कि इस सेवा का हब औरर बड़ा खिलाड़ी बनना चाहता है। एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक भारत में सेटकॉम सेवा को शुरू करना चाहती है।
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