आज से तुम मुक्त हो आदि संवाद आते ही बजी तालियां। जागरण
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। “आज से तुम मुक्त हो, अपने पिछले कर्म से, हर बंधन से, तुम ही शून्य हो, तुम ही दुःख, तुम ही अनंत, तुम ही मोक्ष, तुम ही जन्म, तुम ही मृत्यु। न मां, न बाप, न पुत्र, न पत्नी आज तुम अजय आनंद नहीं, योगी आदित्यनाथ हो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म अजय की ऋषिकेश के रामा पैलेस में विशेष स्क्रीनिंग में इस संवाद पर जमकर तालियां बजीं।। फिल्म का पहला शो शुरू होने पर सिनेमाघरों के बाहर भीड़ रही। संतों और युवाओं में उत्साह नजर आया और सिनेमा हाल जय श्रीराम और ‘योगी-योगी’ के नारों से गूंज उठा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रामा पैलेस सिनेमा हाल में गुरुवार को दोपहर 2ः30 से 5ः30 बजे तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म “अजय” की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की गई। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास, विधायक प्रेमंचद अग्रवाल सहित वैज्ञानिकों, पर्यावरणविदों, शिक्षकों, परमार्थ गुरकुल के विद्यार्थियों और स्थानीय लोग पहुंचे।
फिल्म “अजय” एक ऐसे साधक, संन्यासी और फिर एक नेता बनने की कथा के साथ योगी आदित्यनाथ के राजनैतिक जीवन यात्रा का चित्रण है। इसके कथानक में योगी आदित्यनाथ के जीवन के विभिन्न आयामों, उनकी साधना, त्याग, राष्ट्रभक्ति, सेवा और उत्तर प्रेदश को सशक्त बनाने के संकल्प को प्रस्तुत किया गया है।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह फिल्म नहीं, यह मूल है, यह फिल्म नहीं, एक फिलासफी है, जीवन जीने का एक दर्शन है कि जीवन जियो तो ऐसे जियो। फिल्म के उस दृश्य पर “आज से तुम मुक्त हो, अपने पिछले कर्म से, हर बंधन से, तुम ही शून्य हो, तुम ही दुःख, तुम ही अनंत, तुम ही मोक्ष, तुम ही जन्म, तुम ही मृत्यु। न मां, न बाप, न पुत्र, न पत्नी आज तुम अजय आनंद नहीं, योगी आदित्यनाथ हो से पूरा पैलेस तालियों से गूंज उठा।
निर्देशक और लेखक का अभिनंदन किया
परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमारों ने फिल्म के माध्यम से योगी के त्याग और दृढ़ संकल्प को आत्मसात करने का संकल्प लिया। फिल्म के दृश्यों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अजय फिल्म के निर्देशक रवींद्र गौतम, लेखक प्रियंक दुबे, दिलीप झा, शांतनु और पूरी टीम सहित रामा पैलेस के प्रमुख का अभिनंदन किया। |