प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (फाइल फोटो)
संवाद सूत्र, पूर्णिया (जलालगढ़)। कसबा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति इन दिनों बड़े दिलचस्प मोड़ पर है। टिकट की जुगत में कुछ महत्वाकांक्षी नेताओं की हलचल तेज हो गई है।
टिकट के लिए चाहे राष्ट्रीय या क्षेत्रीय दल ही क्यों न हो उसके नेताजी लोगों के आपसी खींचतान व जातीय समीकरण का जोड़-तोड़ चरम पर है। टिकट की इस जंग में किस पार्टी से किसको मिलेगा टिकट और किसे करना होगा अभी और इंतजार, ये सवाल हर किसी के जेहन में है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सूत्रों के मुताबिक, पूर्व विधायक प्रदीप कुमार दास की टिकट के लिए कतार में हैं। वैसे तो बीजेपी से कई प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरना चाह रहे हैं, लेकिन दो से तीन संभावित प्रत्याशी हैं। कुछ ऐसे नेता भी जो पार्टी में नए-नवेले हैं, वह भी टिकट के लिए कतार में हैं।
इधर कसबा के पूर्व प्रमुख इरफान आलम के चुनाव लड़ने की चर्चा से चुनावी माहौल में एक नया उछाल आया है। उधर दूसरी तरफ श्रीनगर के प्रखंड प्रमुख सह राजद नेता शाहनवाज आलम भी राजद की टिकट के लिए कतार में हैं।
पार्टी के संघर्ष से लेकर क्षेत्र में जदयू का मजबूत स्थिति दिलाने वाले हसमत राही ने अपनी राह अलग कर ली। वहीं, महागठबंधन की ओर से भी किसी भी पार्टी द्वारा टिकट के दावेदार कोई एक ही होगा।
वहीं चर्चाओं से यह भी सामने आ रही है कि टिकट की रेस में शामिल प्रत्याशियों का महागठबंधन या एनडीए से टिकट कंफर्म होता है तो निर्दलीय उम्मीदवार का त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिलेगा।
वहीं, एनडीए की तरफ से भी कई नए और पुराने चेहरे टिकट के प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। भाजपा से किशोर जायसवाल का नाम भी सामने आ रहा है। वे भी भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ने की जुगत में हैं। वहीं, चर्चा हो रही कि बीच का रास्ता निकालते हुए यह सीट लोजपा को दे दी जाए। जैसे-जैसे चुनाव की तिथि नजदीक आती जा रही है। कसबा क्षेत्र की राजनीति दिलचस्प होते जा रहा है।
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