cy520520 • 2025-10-9 20:36:28 • views 1092
खाताधारकों ने बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
जागरण संवाददाता, राजौरी। जम्मू-कश्मीर बैंक की पलमा शाखा में खाताधारकों के खातों से लाखों रुपये निकालने का मामला सामने आया है। खाताधारकों ने आरोप लगाया है कि उनके खातों से पैसे बिना उनकी अनुमति के निकाले गए हैं। इसको लेकर राजौरी में एक बड़ा प्रदर्शन हुआ, जिसमें मुख्य रूप से अरब देशों से पैसे भेजने वाले प्रवासी मजदूर शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने राजौरी-बुद्धल मार्ग को जाम कर दिया, जिससे यातायात ठप हो गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बैंक अधिकारियों ने दी मुआवजे की गारंटी
जम्मू-कश्मीर बैंक के जोनल हेड राजीव ढींगरा ने कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है और प्रभावित खाताधारकों को उनका पैसा वापस मिलेगा। उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन
बैंक अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है और नुकसान की सीमा का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। खाताधारकों को आश्वासन दिया गया है कि उन्हें उनका पैसा वापस मिलेगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अरब देशों से भेजे गए पैसे मुख्य निशाने पर
सूत्रों का कहना है कि घोटाले का मुख्य निशाना वे खाताधारक थे जो अरब देशों से पैसे भेजते हैं। इन खाताधारकों के खातों में अक्सर लंबे समय तक बड़ी रकम रहती है, जो उन्हें इस तरह के घोटालों के लिए संवेदनशील बनाती है। बैंक अधिकारियों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी शांत
बैंक अधिकारियों और पुलिस के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया और यातायात को सामान्य होने दिया। इस घटना ने बैंक खातों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े उपायों की आवश्यकता पर बल दिया है।
खाताधारकों ने बताई अपनी व्यथा
खाताधारकों ने बताया कि उन्होंने अपने खातों में पैसे जमा करवाए थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनके खातों से पैसे निकाल लिए गए हैं, तो वे सकते में आ गए। उन्होंने बैंक अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे आक्रोशित होकर उन्होंने प्रदर्शन करने का फैसला किया।
बैंक की सुरक्षा में सेंध
इस घटना से बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। खाताधारकों का कहना है कि अगर बैंक अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत नहीं कर सकता है, तो वे अपने पैसे की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं। अब देखना यह है कि बैंक अधिकारी इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और खाताधारकों को उनका पैसा वापस मिलता है या नहीं। साथ ही, यह भी देखना होगा कि बैंक अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाता है। |
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