LHC0088 • 2025-10-9 01:28:24 • views 545
सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, ओम प्रकाश राजभर
राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: लम्बी अवधि के बाद सीतापुर की जेल से बाहर आए समाजवादी पार्टी के संस्थापक आजम खां से बुधवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है। योगी आदित्यनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर के साथ पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव को अवसरवादी की भी संज्ञा दी।
जेपीएस राठौर ने रामपुर में आजम खां के आवास पर उनसे भेंट करने पहुंचे अखिलेश यादव पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय ने जब समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य आजम खां को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया तो अखिलेश यादव को भी उनकी याद आ गई। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को 23 महीने तक आजम खां की याद नहीं आई, जबकि वो तो लखनऊ से सटे सीतापुर में ही जेल में बंद थे। आजम खां के जेल से बाहर आते ही अखिलेश यादव को उनकी याद आ गई।
राठौर ने कहा कि आजम खां की पत्नी ने जब तन्हाई में ईद मनाई तो तब अखिलेश को उनकी सुध नहीं ली। आजम खां के विरोध के बाद भी दिल्ली के मौलाना को रामपुर से टिकट दिया, जबकि आजम खां चाहते थे कि अखिलेश यादव वहां से चुनाव लड़ें। अब घड़ियाली आंसू बहाने रामपुर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि अब अखिलेश यादव को आजम खां की नहीं, बल्कि उनसे जुड़े बड़े वोट बैंक की चिंता है। अवसरवादी अखिलेश यादव वोट बैंक की खातिर रामपुर में आजम खां से भेंट करने पहुंचे हैं।
उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव तो आजम खां को पार्टी से किनारे करना चाहते थे, इसलिए उनसे मिलने एक बार भी सीतापुर जेल में मिलने नहीं गए थे। उनको 23 महीने में एक बार भी आजम खां की याद नहीं आई। अब चुनाव आते ही अखिलेश यादव को आजम खां याद आ गई, इसलिए मजबूरी में आजम खां से मिलने रामपुर पहुंच गए।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव को डर है कि कहीं आजम खान और शिवपाल मिलकर नई पार्टी न बना लें। राजभर ने कहा कि आजम खां और शिवपाल सिंह यादव की समाजवादी पार्टी में अच्छी पकड़ है। अब तो अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के टूटने का डर हैं। इसी डर के कारण आज उन्होंने आजम खां से रामपुर जाकर मुलाकात की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |
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