डेट फिट तो महंगे किराए वाली ट्रेन भी हिट
जागरण संवाददाता, धनबाद। छठ को लेकर बड़े शहरों से लौटने वाली नियमित ट्रेनें दो महीने पहले ही फुल हो गई हैं। भीड़ को ध्यान में रख कर इस बार 53 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। स्पेशल ट्रेनों में बुकिंग शुरू होते ही यात्री उमड़ पड़े हैं। पर उन स्पेशल ट्रेनों को ही यात्रियों की तरजीह मिल रही है जो नहाय-खाय से खरना तक गंतव्य को पहुंचाएंगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अधिक किराया के बाद भी ऐसी ट्रेनों की सीटें बुकिंग शुरू होते ही भर रही हैं। छठ से अधिक पहले या बाद की तिथियों में चलने वाली ट्रेनें खाली हैं।
इतवारी के लिए एक दिन दो ट्रेनें, बुकिंग सुस्त
दिवाली से पहले नागपुर के इतवारी से धनबाद और धनबाद से इतवारी के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी। धनबाद से इतवारी और जयनगर से इतवारी की ट्रेन एक ही दिन चलने से दोनों ट्रेनों की बुकिंग सुस्त हैं। जयनगर-इतवारी स्पेशल चार फेरे लगाएगी। पर चारों फेरे यात्रियों के अनुकूल नहीं हैं।
मौर्य में लंबी वेटिंगलिस्ट, धनबाद-गोरखपुर स्पेशल खाली
धनबाद होकर चलने वाली मौर्य एक्सप्रेस में लंबी वेटिंगलिस्ट है। धनबाद से गोरखपुर के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेन खाली है। साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 19 के बाद 26 अक्टूबर को चलेगी। दोनों ही तिथि छठ के दौरान बिहार व पूर्वांचल जाने वालों के लिए उपयुक्त नहीं हैं। 19 के बदले 22 से 24 के बीच चलने से इस ट्रेन को पर्याप्त यात्री मिल सकते थे।
इन ट्रेनों में सीटें खाली
- 03309 धनबाद-दिल्ली एसी स्पेशल - 21 व 25 को पर्याप्त सीटें खाली
- 03310 दिल्ली-धनबाद एसी स्पेशल - 22 अक्टूबर को खाली
- 03677 धनबाद-गोरखपुर स्पेशल - 19 अक्टूबर को खाली
- 03678 गोरखपुर-धनबाद स्पेशल - 20 अक्टूबर को खाली
- 01146 आसनसोल-मुंबई एसी स्पेशल - 22 अक्टूबर को खाली
- 03311 धनबाद-चंडीगढ़ एसी स्पेशल - 21 व 24 को खाली
- 08876 धनबाद-इतवारी स्पेशल - 18 अक्टूबर को खाली
- 08870 जयनगर-इतवारी स्पेशल - 18, 25 अक्टूबर व एक व आठ नवंबर खाली
त्योहारी सीजन में लेट नहीं होंगी स्पेशल ट्रेनें, लेटलतीफी रोकने को नियमित मॉनिटरिंग
दिवाली और छठ जैसे त्योहारी सीजन में स्पेशल ट्रेनें लेट नहीं होंगी। ट्रेनों के समय पालन को लेकर प्रतिदिन रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। रेलवे बोर्ड से जारी निर्देश के बाद मुख्यालय स्तर पर भी वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सभी अधिकारियों को इससे जुड़ा निर्देश जारी कर दिया गया है।
ज्यादातर स्पेशल ट्रेनें लेट चलती हैं और यात्री इसकी शिकायत भी करते हैं। यहां तक कि टिकटों की बुकिंग भी यात्री काउंटर पर लेटलतीफी को लेकर पूछताछ करते हैं। यात्रियों की यह धारणा बन गई है कि स्पेशल ट्रेन लेट से ही पहुंचाएगी। इस धारणा को समाप्त करने के लिए हर दिन स्पेशल ट्रेनों की मॉनिटरिंग होगी। |
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