केंद्र और पश्चिम के अनुभव आएंगे काम, कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी।
जागरण संवाददाता, कानपुर। आइपीएस रघुवीर लाल को कानपुर कमिश्नरेट का पुलिस आयुक्त बनाया गया है। इससे पहले वह एडीजी सुरक्षा के पद पर थे। वर्ष 2023 में उन्हें विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
केंद्र सरकार में लंबे समय तक तैनाती और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अनुभव के आधार पर माफिया के खिलाफ चल रहे मौजूदा अभियान का भार उनके लिए बड़ी जिम्मेदारी रहेगी। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के रहने वाले 1997 बैच के यूपी कैडर के आइपीएस रघुवीर लाल तेजतर्रार पुलिस अधिकारी माने जाते हैं।
बसपा सरकार में लखनऊ में पहली बार सृजित हुए एसएसपी कानून-व्यवस्था के पद पर रह चुके हैं। वह एसपी सोनभद्र और चित्रकूट के पद भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वह अलीगढ़, आगरा, मेरठ, गाजियाबाद जैसे महत्वपूर्ण जिलों के एसएसपी भी रह चुके हैं। लंबे समय तक वह केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर रहे।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान रघुवीर लाल संसद की लोकसभा सचिवालय में लंबे समय तक संयुक्त सचिव सुरक्षा के पद भी रहे हैं। अक्टूबर 2015 में उन्होंने दिल्ली मेट्रो के सुरक्षा प्रमुख की जिम्मेदारी भी निभाई।
दिल्ली मेट्रो के उपमहानिरीक्षक के रूप में उनके कार्यकाल में उत्कृष्ट पहल और उपलब्धियों के लिए कई सम्मान प्राप्त हुए, जिनमें गिनीज बुक में प्रवेश भी शामिल है। फिलहाल पुलिस आयुक्त के रूप में उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती माफिया के खिलाफ उस अभियान को लेकर, जिसे निवर्तमान पुलिस आयुक्त अखिल कुमार करीब डेढ़ साल से संचालित कर रहे थे। |