कार्य का निरीक्षण करते मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश
जागरण संवाददाता, बरेली। Bशहर सबसे अधिक बिजली संकट झेल रहे सुभाषनगर क्षेत्र के लोगों की आधी समस्या का निदान तो साउथ सिटी में स्थापित नए ट्रांसमिशन से हो गया है। अब करगैना पुलिस चौकी के पीछे निर्माणाधीन नए उपकेंद्र को भी जनवरी के पहले सप्ताह में चालू कराने की तैयारी की जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस पर बीडीए-1, बीडीए-2 फीडरों का लोड डाला जाएगा। यह उपकेंद्र चालू हो जाने पर क्षेत्र के करीब 30 हजार उपभोक्ताओं की समस्याओं का स्थायी समाधान हो जाएगा। वर्टिकल सिस्टम लागू होने के बाद विद्युत विभाग के अधिकारियों ने शहर के उपभोक्ताओं की समस्याओं का निदान कराने के लिए उपकेंद्र से लेकर ट्रांसफार्मर स्तर तक सुधारात्मक कार्य कराया है।
गर्मी के दिनों में सुभाषनगर और मढ़ीनाथ के उपभोक्ताओं को गंभीर बिजली संकट झेलनी पड़ती थी। मुख्य वजह यह थी कि इन उपकेंद्रों की लाइन 14 किमी दूर दोहना बिजलीघर से जुड़ी हुई थी। 33 केवी लाइन में कहीं भी फाल्ट होने पर दोनों उपकेंद्रों की आपूर्ति बंद हो जाती थी।
चार महीना पहले बदायूं रोड पर नवनिर्मित ट्रांसमिशन उपकेंद्र को चालू कराकर इन उपकेंद्रों की लाइन जोड़ दी गई। इसके बाद भी सुभाषनगर और मढ़ीनाथ उपकेंद्र ओवरलोड हैं। समस्या का स्थायी समाधान कराने के लिए करगैना पुलिस चौकी के पीछे नया विद्युत उपकेंद्र स्थापित कराया गया है। निर्माण अब अंतिम चरण में पहुंच गया है।
मुख्य अभियंता जोन प्रथम ज्ञान प्रकाश ने निर्माणाधीन उपकेंद्र का जायजा लेकर एसडीओ और जेई को निर्देशित किया कि दो दिन में कार्य पूरा कराकर ट्रायल शुरू करा दें। नए उपकेंद्र पर बीडीए-1, बीडीए-2 फीडरों का पूरा लोड स्थानांतरित किया जाएगा। मढ़ीनाथ उपकेंद्र के कुछ फीडरों को भी इसी बिजलीघर से जोड़ा जाएगा।
इससे सुभाषनगर और मढ़ीनाथ क्षेत्र के 30 हजार उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज, ट्रिपिंग से छुटकारा मिल जाएगा। सर्दी, गर्मी, बरसात किसी भी मौसम में बिजली की समस्या नहीं रहेगी। उन्होंने बताया कि शहर के अधिकांश उपकेंद्रों को दोहरी लाइन से जोड़ दिया गया है, एक तरफ फाल्ट होने पर दूसरी तरफ की लाइन से जोड़कर आपूर्ति सुचारू करा दी जा रही है।
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