राज्य ब्यूरो, लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तराखंड के अंकिता हत्याकांड को लेकर भाजपा राज में बेटियों के असुरक्षित होने का आरोप लगाया है। सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार इस मामले में शुरू से ही संदेह के घेरे में है। जब सभी राजनीतिक दलों द्वारा सीबीआई जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में करने की मांग की जा रही है तो उस पर लीपापोती क्यों की जा रही है। भाजपा सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। सपा प्रमुख ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) की प्रकिया में मतदाता सूची के प्रकाशन की तिथि टालने पर भी प्रश्न उठाया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंगलवार को जारी बयान में सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा सरकार में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का सिर्फ नारा लगता है। उत्तराखंड में भाजपा नेता के रिजार्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या के मामले में भाजपा सरकार, अभियुक्तों को बचाने का प्रयास क्यों कर रही है?
भाजपा सरकार में अंकिता को न्याय मिलने की आशा नहीं की जा सकती। महिलाओं और बेटियों के जितने भी मामले भाजपा राज में सामने आए हैं सब में अभियुक्तों को बचाने की साजिशें हुई है। वहीं एसआइआर को लेकर उन्होंने एक्स पर लिखा कि जैसे चुनाव में मतदान का प्रतिशत व परिणाम घोषित करने में देर होने से जनता को आशंका होती है। वैसी ही आंशका मतदाता सूची के प्रकाशन की तिथि टाले जाने से हो रही है। कहीं ‘मानवीय भूल के बहाने’ मतदाताओं का आंकड़ा बढ़ न जाए। ध्यान रहे, इस बार ‘पीडीए प्रहरी’ चौकन्ने हैं। |