प्रभात फेरी में भाग लेते छात्र। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, रांची। राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती के अलावा अन्य किसी अवसर पर सरकारी स्कूलों में रैली या प्रभात फेरी का आयोजन नहीं होगा।
केंद्र या राज्य सरकार के निर्देश पर स्कूलों में इन अवसरों के अलावा अन्य किसी अवसर पर सरकारी स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित होता है तो वह स्कूल अवधि अर्थात अपराह्न तीन के बाद ही आयोजित होगा।
स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसे लेकर स्पष्ट निर्देश स्कूलों के लिए वर्ष 2026 के लिए लागू एकीकृत अवकाश तालिका में किया गया है। झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (JCERT) के निदेशक शशि रंजन ने इसका अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
JCERT ने यह भी कहा है कि शिक्षा विभाग के अलावा अन्य विभागों के जागरूकता या उन्मुखीकरण आदि कार्यक्रमों के लिए शिक्षा विभाग से पूर्व स्वीकृति प्राप्त करना अनिवार्य है, ताकि स्कूल का नियमित शिक्षण समय बाधित न हो।
14 दिनों की जगह 16 दिन की होगी गर्मी की छुट्टी
एकीकृत अवकाश तालिका को लेकर शिक्षकों या विद्यार्थियों में किसी तरह का संशय न हो, इसे लेकर जेसीईआरटी ने इससे संबंधित स्पष्टीकरण भी तैयार किया है। एकीकृत अवकाश तालिका के अनुसार, इस बार ग्रीष्मावकाश 14 दिन की जगह 16 दिनों का होगा।
दरअसल, दो अवकाश तृतीय शनिवार को पड़ रहा है, जबकि तृतीय शनिवार को स्कूलों में अवकाश रहता ही है। इन दो दिनों को ही समायोजित करने के लिए दो दिनों का अतिरिक्त ग्रीष्मावकाश प्रदान किया गया है। स्कूलों में शीतकालीन अवकाश आठ दिनों का होगा।
हालांकि मौसम के मिजाज के अनुसार इसे राज्य सरकार या जिला प्रशासन द्वारा बढ़ाया भी जा सकेगा। पांच दिनों का अवकाश जिला स्तर पर स्थानीय पर्व-त्योहारों के अनुसार तय किया जाएगा।
बताते चलें कि यह एकीकृत अवकाश तालिका सरकारी स्कूलों के अलावा सहायता प्राप्त तथा अनुदानित अल्पसंख्यक स्कूलों में लागू होगा। यह प्राथमिक, माध्यमिक एवं प्लस टू सभी श्रेणी के स्कूलों पर लागू होगा। यह एकीकृत अवकाश तालिका समावेशी है।
अर्थात इसमें सभी वर्गों तथा धर्म से जुड़े लोगों के पर्व-त्योहारों को ध्यान में रखा गया है। इसमें सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश तथा ग्रीष्मावकाश को मिलाकर कुल 60 दिनों का अवकाश घोषित है। |