ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में बड़ी संख्या में नेशनल हाइवे और एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं। जिससे सड़कों की स्थिति बेहतर हो रही है और लोग लंबी दूरी की यात्रा भी अपनी कार से करना पसंद करने लगे हैं। ऐसे हाइवे और एक्सप्रेस वे की स्थिति बेहतर रखने के लिए सरकार की ओर से Toll Tax को FASTag से लिया जाता है। किस छोटी सी गलती के कारण आपको न सिर्फ परेशानी हो सकती है बल्कि दोगुना टोल भी देना पड़ सकता है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नई कार के साथ हो सकती है समस्या
जहां देश में सड़कों की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है वहीं दूसरी ओर हर महीने लाखों कारों की बिक्री भी होती है। लेकिन अधिकतर लोगों को कम जानकारी होने के कारण टोल टैक्स पर दोगुना टोल देना पड़ जाता है। जिससे लोग काफी ज्यादा दुखी भी होते हैं।
One FASTag rule I didn\“t know, and it caused a mess.
I bought a new car in January and got an ICICI FASTag with it.
Last week, during a trip, the toll staff told me my FASTag was blocked.
At 7 AM, I called ICICI for clarity. Fortunately, they picked up the call.
They… pic.twitter.com/ZAsQhxZ9I9 — Balu Gorade (@BaluGorade) December 29, 2025
व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर बताया अनुभव
सोशल मीडिया पर कई लोग अपने अनुभव को साझा करते हैं। ऐसे ही एक यूजर बालू गोराडे ने भी X पर फास्टैग से जुड़ा अपना अनुभव साझा किया। यूजर ने बताया कि किस तरह नई गाड़ी खरीदने के बाद कम जानकारी के कारण उनको FASTag के साथ समस्या आई। अपने ट्वीट में यूजर ने बताया कि मैंने जनवरी में नई कार खरीदी और उसके साथ ICICI का FASTag भी लिया। पिछले हफ्ते, यात्रा के दौरान टोल स्टाफ ने बताया कि मेरा FASTag ब्लॉक हो गया है। सुबह 7 बजे मैंने ICICI को फोन किया। सौभाग्य से उन्होंने फोन उठा लिया। उन्होंने बताया कि नई कार खरीदने के 90 दिनों के भीतर FASTag नया जारी होना चाहिए और वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर से लिंक होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह अपने आप ब्लॉक हो जाता है। टोल प्लाजा पर सिर्फ IDFC First का FASTag ही उपलब्ध था। मैंने 700 रुपये का भुगतान किया और 300 रुपये वापस ले लिए। फिर मैंने अपनी यात्रा जारी रखी।
क्या है नियम
फास्टैग को सरकार की ओर से सभी तरह की कारों के लिए पहले ही अनिवार्य किया जा चुका है। अब शोरूम पर ही नई कार खरीदते हुए FASTag को जारी कर दिया जाता है। लेकिन कम ही लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि अब फास्टैग को गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ लिंक करना भी अनिवार्य है। ऐसा न करने के कारण कुछ समय के बाद ही यह ब्लॉक भी हो जाता है। जिसके बाद टोल बैरियर पर दोगुना टोल देना पड़ जाता है।
FASTag से होती है आसानी
भारत में सभी तरह की कारें, बस, ट्रक जैसे वाहनों के लिए सरकार की ओर से FASag को काफी पहले ही अनिवार्य किया जा चुका है। फास्टैग के कारण नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे और एक्सप्रेस वे पर सफर करने में काफी आसानी होती है। इसके कारण Toll Tax कुछ ही सेकेंड में दिया जा सकता है और कैश देने पर लगने वाले समय की बचत की जा सकती है। |