LHC0088 • 2025-12-29 01:33:32 • views 726
बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की स्पेशल रणनीति (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता : बंगाल में कुछ माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा सत्तारूढ़ तृणमूल के खिलाफ रणनीतियों पर तेजी से काम में जुटी है। इसी क्रम में पार्टी ने उन विधानसभा क्षेत्रों पर खास ध्यान केंद्रित करना शुरू किया है, जहां 2021 के पिछले पिछले विधानसभा चुनाव में उसके उम्मीदवार बहुत कम अंतर से हार गए थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
भाजपा के अंदरुनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी के राज्य नेतृत्व ने इस बार एक मानक तय किया है, जिसके तहत उन सीटों की पहचान की जा रही है, जहां 2021 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान विधानसभा क्षेत्रवार नतीजों में हार का अंतर 10 हजार वोट से कम रहा था।
2024 लोकसभा में बेहतर प्रदर्शन
भाजपा की राज्य समिति के एक सदस्य के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में पार्टी की सीटों की संख्या भले ही 2019 के मुकाबले कम रही हो, लेकिन विधानसभा क्षेत्रवार प्रदर्शन 2021 के विधानसभा चुनाव से बेहतर था। राज्य के सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों के नतीजों का विस्तार से अध्ययन करने के बाद ऐसे क्षेत्रों की पहचान की गई है, जहां हार का अंतर बहुत कम था। अब इन्हीं सीटों पर विशेष रणनीति के तहत काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की हार 10 हजार वोट या उससे कम के अंतर से हुई, वहां माकपा के नेतृत्व वाले वाममोर्चा को मिले वोटों ने तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसी कारण पार्टी अब तृणमूल कांग्रेस विरोधी मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने पर विशेष जोर दे रही है।
2021 में जीती थी 77 सीटें
2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 77 सीटें जीत कर राज्य में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बनी थी। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव के विधानसभा क्षेत्रवार विश्लेषण में यह सामने आया कि 90 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के उम्मीदवार तृणमूल कांग्रेस से आगे रहे थे। राज्य में सरकार बनाने के लिए 148 सीटों का आंकड़ा जरूरी है। भाजपा इस लक्ष्य के साथ इस बार विजय हासिल करने की रणनीति में जुटी है। |
|