रविवार को दिल्ली-एनसीआर में छाया रहा घना कोहरा। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। रविवार को भी दिल्ली सहित एनसीआर के शहरों में कोहरे ने परेशान किया। कहीं यह मध्यम तो कहीं घना दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने रविवार के लिए घने कोहरे का यलो अलर्ट भी जारी किया था। यही वजह रही कि आइजीआइ एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर 350 जबकि सफदरजंग में 200 मीटर तक रह गया। हालांकि सोमवार से कोहरे के स्तर में कुछ कमी आने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, \“शनिवार रात नौ बजे से आइजीआइ एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर 1000 मीटर से कम रहा, जो हल्के कोहरे की श्रेणी में था। सुबह तीन बजे यह 500 मीटर, सुबह सात बजे 400 मीटर और सुबह आइ बजे 300 मीटर तक गिर गया।\“ इसी तरह \“सफदरजंग में सुबह 5:30 बजे दृश्यता 300 मीटर थी और सुबह आठ बजे यह घटकर 200 मीटर तक पहुंच गई।\“ विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सामान्य से अधिक रहा तापमान
कोहरे के बीच,रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। पालम में यह 22.7 डिग्री दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से 0.4 डिग्री कम था। हवा में नमी का स्तर 100 से 73 प्रतिशत तक दर्ज हुआ।
सोमवार को भी न्यूनतम और अधिकतम तापमान इसी सीमा में रहने की संभावना है। सुबह के शुरुआती घंटों में हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत के अनुसार \“सोमवार से पूर्वी हवाओं की दिशा बदलकर उत्तर पश्चिमी हो जाएगी, इसलिए कोहरे और नमी का प्रभाव भी कम हो जाएगा।
कड़ाके की ठंड का अभी भी इंतजार
दिसंबर माह भी आधा बीत गया है, लेकिन दिल्ली समेत एनसीआर के शहरों में कड़ाके की सर्दी अभी तक शुरू नहीं हुई है। मौसम विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी डा नरेश कुमार ने बताया, \“सर्दी में बढ़ोतरी पश्चिमी विक्षोभों पर निर्भर करती है। इसी से शुष्क सर्द उत्तर पश्चिमी हवाएं दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के इलाकों में पहुंचती हैं।
इस सीजन में अभी तक कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं आया है। इसी वजह से दिल्ली समेत एनसीआर और आसपास के इलाकों में अभी तक शीत लहर दर्ज नहीं की गई है। डा नरेश कुमार कहते हैं - अगले एक सप्ताह के दौरान दिल्ली में न्यूनतम तापमान दो से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। इसकी वजह से मौसम और सुहाना हो जाएगा। शीत लहर के लिए भी अभी इंतजार करना पड़ेगा। |