कप्तान-उपकप्तान की फॉर्म ने बढ़ाई टेंशन।
अभिषेक त्रिपाठी, जागरणनई दिल्ली : भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप का रोमांच धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाली टीमें अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं, लेकिन मेजबान और गत चैंपियन भारतीय टीम अपनी बल्लेबाजी को लेकर गंभीर चिंताओं से घिरी हुई है। कप्तान सूर्यकुमार यादव और उपकप्तान शुभमन गिल दोनों का लगातार फीका प्रदर्शन चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन के लिए बड़ा सिरदर्द बन चुका है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध पांच टी-20 मैचों की सीरीज के शुरुआती दो मुकाबलों में यह दोनों बल्लेबाज अहम मौकों पर मजबूत शुरुआत देने में नाकाम रहे। घरेलू परिस्थितियों में होने वाले विश्व कप के मद्देनजर शीर्ष क्रम की स्थिरता और विस्फोटक शुरुआत की जरूरत और भी बढ़ जाती है। ऐसे में सूर्यकुमार और गिल की कमजोर फार्म भारत के अभियान के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है।
दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध बचे हुए तीन मैचों में इन दोनों के प्रदर्शन में सुधार नहीं दिखता तो टीम प्रबंधन कम से कम गिल को लेकर कुछ कठोर निर्णय ले सकता है। सीरीज का तीसरा टी-20 रविवार को धर्मशाला में होना है। हालांकि, टूर्नामेंट से ठीक दो माह पहले कप्तान सूर्य कुमार को बदलना मुश्किल होगा। गिल ओपनिंग करते हैं जबकि सूर्य तीसरे या चौथे नंबर पर उतरते हैं। ऐसे में दोनों के फार्म से बाहर होने के कारण टीम पर बुरा असर पड़ रहा है।
गलत शॉट चयन का शिकार हो रहे सूर्य
सूर्यकुमार का पिछली 25 पारियों का स्कोर 20, 01, नाबाद 39, 01, 12, 05, 00, नाबाद 47, नाबाद 7, 02, 00, 14, 12, 00, 01, 04, 21, 75, 8, 29, 8, 26, 58, 12 और 5 रहा है। वह दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध भी अच्छे अंदाज में दिखाई नहीं दिए। तेज गेंदबाजों के सामने उनकी टाइमिंग और निर्णय क्षमता दोनों लड़खड़ाती दिखीं। तेज उछाल और मूवमेंट वाली गेंदों पर वह बार-बार गलत शॉट चयन का शिकार बने। कप्तान के रूप में उनसे लंबी पारी निभाने की उम्मीद थी, लेकिन शुरुआती दो मैचों में वह एक भी प्रभावशाली पारी नहीं खेल सके।
उधर उपकप्तान शुभमन की स्थिति भी कुछ अलग नहीं रही। गिल को भारत के भविष्य के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में गिना जाता है, लेकिन टी-20 प्रारूप में उनका स्ट्राइक-रेट और पावरप्ले में रन बनाने की क्षमता लगातार सवालों के घेरे में है। दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध सीरीज में वह शुरुआत तो कर पाए, लेकिन बड़े स्कोर में उन्हें तब्दील नहीं कर सके।
गिल का नहीं चल रहा बल्ला
टेस्ट कप्तान बनने के बाद गिल ने इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों में 750 से ज्यादा रन बनाए थे जिससे खुश होकर चयनकर्ताओं ने उन्हें टी-20 में उपकप्तान बना दिया। इससे पहले वह टी-20 टीम से बाहर चल रहे थे। हालांकि, टी-20 में शामिल होने के बाद से उनका बल्ला कुछ खास नहीं कर पाया।
अगर 2023 से उनके आंकड़े देखें तो अब तक उन्होंने बतौर टी-20 ओपनर 35 मैचों में 841 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। इन आंकड़ों के बावजूद उनका हालिया फार्म टीम मैनेजमेंट को सोचने पर मजबूर कर रहा है। पिछली 18 पारियों में उनका स्कोर 00, 04, नाबाद 29, 46, 15, 05, नाबाद 37, 12, 04, 29, 47, 05, 10, नाबाद 20, 39, 34, 13 और नाबाद 58 रहा है।
सैमसन के पास मौका
अगर दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध गिल अपनी लय हासिल नहीं कर पाते तो विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन को टीम में जगह मिलने की प्रबल संभावना है। शीर्षक्रम में सैमसन का रिकार्ड काफी प्रभावी रहा है। 2022 से अब तक उन्होंने 17 टी-20 पारियों में ओपनिंग करते हुए 522 रन बनाए हैं, जिनमें तीन शतक और एक अर्धशतक शामिल है। उनका बल्लेबाजी अंदाज टीम को तेज और ठोस शुरुआत दे सकता है, जो विश्व कप में बेहद अहम साबित होगा। उनके अंतिम-11 में शामिल होने से टीम को ओपनर और विकेटकीपर मिलता है। ऐसे में मध्यक्रम में जितेश शर्मा को खिलाने की मजबूरी का भी अंत हो जाएगा।
गिल की खराब फार्म एक बुरा संकेत: इरफान
भारत के पूर्व आलराउंडर इरफान पठान का मानना है कि शुभमन गिल की खराब फार्म न केवल उन पर व्यक्तिगत रूप से, बल्कि टीम प्रबंधन पर भी दबाव बढ़ा रही है। पठान ने जियो हाटस्टार पर कहा कि संजू सैमसन को वापस लाकर पहले की तरह के सफल बल्लेबाजी संयोजन को बहाल करना भी उतना आसान नहीं होगा, क्योंकि केरल के इस खिलाड़ी को भी अपनी लय वापस पाने में कुछ समय लगेगा।
भारत के लिए टी-20 में प्रारंभिक बल्लेबाज के तौर पर सैमसन काफी सफल रहे थे। इसके बाद जब गिल को टी-20 उप-कप्तान बनाया गया तो सैमसन की जगह उन्हें प्रारंभिक बल्लेबाज के तौर पर उतारा गया। हालांकि, गिल खेल के सबसे छोटे प्रारूप में रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं।
पठान ने कहा कि शुभमन गिल कह सकते हैं कि उन्होंने एक बहुत अच्छी गेंद पर अपना विकेट गंवाया। अगर गिल फार्म में होते तो वे उस गेंद को आसानी से खेल लेते। वे फार्म में नहीं हैं। जहां तक कप्तान सूर्यकुमार यादव की बात है तो मुझे लगता है कि उन्हें अपने आफ साइड के खेल पर ध्यान देने की जरूरत है। जब वे आउट हुए तो वे पूरी तरह से गलत पोजीशन में थे।
टीम चाहती है कि गिल आईपीएल की तरह बल्लेबाजी करें: डोएशे
भारतीय टीम के सहायक कोच रयान टेन डोएशे ने कहा कि स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने टी20 में वापसी के बाद से खुद पर बहुत अधिक बोझ ले लिया है और टीम चाहती है कि वह आइपीएल की तरह ही खुलकर बल्लेबाजी करें। गिल ने सितंबर में एशिया कप में टी-20 टीम में वापसी की थी।
उन्होंने शीर्ष क्रम में संजू सैमसन की जगह ली, लेकिन वह रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिससे अगले साल फरवरी मार्च में होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले टीम में उनकी जगह को लेकर सवाल उठने लग गए हैं। डोएशे ने कहा कि गिल को सबसे छोटे प्रारूप में थोड़ा सहज होने की जरूरत है और उन्होंने पिछले महीने आस्ट्रेलिया दौरे के आखिर में इसके संकेत दिखाए थे।
टेन डोएशे ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इंग्लैंड में जिस तरह से उन्होंने कप्तानी संभाली और जिस तरह से उन्होंने आगे बढ़कर नेतृत्व किया उसकी कुछ झलक टी-20 टीम में उनके इरादों में दिखती है।
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